झालावाड़ के खंडिया नाके के पास अतिक्रमण हटाने पहुंची नगरपरिषद की टीम को विरोध के चलते बैरंग लौटना पड़ा। टीम ने एक कमरे को ध्वस्त कर दिया, लेकिन बाद में हंगामे के चलते कार्रवाई बीच में रोकनी पड़ी। विरोध कर रहे लोगों ने नगर परिषद आयुक्त को खरी-खोटी सुनाई। झालावाड़ नगरपरिषद टीम ने शुक्रवार शाम करीब 6.30 बजे खंडिया के पास एक दुकान पर अतिक्रमण तोड़ा। टीम बिना सूचना के पहुंची तो लोगों ने विरोध कर दिया। ऐसे में नगरपरिषद टीम को वापस लौटना पड़ा। कार्यवाहक आयुक्त नरेंद्र मीना ने बताया कि पूर्व में यहां आयुक्त के पद पर कार्यरत रहे हेमेंद्र सिंह ने इस अतिक्रमण को तोड़ने के आदेश दे रखे थे, लेकिन टीम बिना बताए तोड़ने पहुंच गई। जबकि नोटिस भी चस्पा किया है। दुकान मालिक धर्मराजसिंह का कहना है कि नगर परिषद ने हमें कोई सूचना नहीं दी, बिना नोटिस उसका निर्माण कमरा तोड़ दिया। नगर परिषद टीम ने अतिक्रमण हटाने के दौरान पुलिस को भी सूचना नहीं दी। बाद में विरोध व हंगामा हुआ तो किसी ने कोतवाली में फोन किया। मौके पर पहुंची पुलिस ने मामला शांत कराया।