भास्कर संवाददाता | बाड़मेर बाड़मेर शहर में 30 हजार जल कनेक्शन है, लेकिन पिछले 4 सालों से इन उपभोक्ताओं को पानी का बिल ही नहीं मिल रहा है। जबकि हर बार बिल छपाई और वितरण के लिए ठेका होता है और लाखों रुपए उठाए जा रहे हैं। 11 महीने बाद इस बार भी बिल छपे और शहर एईएन कार्यालय पहुंचे, लेकिन अंतिम तिथि ही निकल गई और विभाग वितरण ही नहीं कर पाया। जबकि हर दो माह में बिल प्रिंट होने के साथ ही बांटे जाने का प्रावधान है। ठेकेदार की मनमर्जी और जलदाय विभाग के अधिकारियों की लापरवाही से उपभोक्ताओं को 4 साल से बिल ही नहीं मिल रहे हैं। जबकि बिल छपाई और वितरण के लिए हर साल 9.80 लाख रुपए जलदाय विभाग ठेकेदार को भुगतान कर रहा है। जलदाय विभाग में इस बार 11 महीने बाद बिल प्रिंट हुए हैं। बिलों पर भुगतान की अंतिम तिथि चेक से 8 तथा नकद से 10 जुलाई थी। इसके लिए 14 जून 2024 तक बिल वितरण कर देने थे, लेकिन आज दिन तक बिल वितरण नहीं हुए हैं। उपभोक्ताओं पर लगातार पेनल्टी बढ़ रही है। अगस्त 2023 को अंतिम बिल जारी किए गए थे। इसके बाद से समय पर छपाई व वितरण के टेंडर नहीं होने से बिल जारी ही नहीं किए गए हैं। पीएचईडी के शहर में 30 हजार 334 उपभोक्ता हैं। विभाग की ओर से बिल वितरण का जय अंबे फर्म को 4.90 लाख व छपाई का यश एसोसिएट फर्म को 4.90 लाख का टेंडर दे रखा है। बिलों की समय पर छपाई व वितरण नहीं होने पर एईएन कार्यालय की मार्च 2024 तक उपभोक्ताओं से 6 करोड़ 13 लाख से अधिक की वसूली भी अटकी हुई है। उपभोक्ताओं को बिल वितरण नहीं करने पर इस बार मार्च का बकाया वसूली अभियान भी महज खानापूर्ति रहा। शहर के सरदारपुरा, रेलवे कुआं नंबर 3, रेलवे 5 मूर्ति कुआं, रॉय कॉलोनी, लक्ष्मीपुरा, ब्रह्मपुरी, पीपाजी मंदिर की गली, माहेश्वरी गली, भगतों की गली, हाई स्कूल रोड, सुमेर गोशाला, विष्णु कॉलोनी, इंदिरा नगर सहित इलाकों में उपभोक्ताओं को बिल नहीं मिले हैं।