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इलाज के बहाने डॉक्टर को ‌ 35 हजार जमा होने का फर्जी मैसेज भेजा, 20 हजार खाते में डलवाए

भास्कर संवाददाता|श्रीगंगानग र शहर के एक वरिष्ठ सर्जन से साइबर ठगों ने अजीब तरीके से ठगी कर ली। पीड़ित डॉक्टर के अदालत को दिए परिवाद के आधार पर सदर थाने में मुकदमा दर्ज किया है। पीड़ित डॉ. रवि शंकर गोयल शुभम मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल मॉडल टाउन प्रथम ने परिवाद में बताया कि उनके मोबाइल पर 20 सितंबर की शाम को करीब चार बजे एक अनजान मोबाइल नंबर से फोन कॉल आई। कॉलर ने उनके हॉस्पिटल में आपातकालीन व्यवस्था के बारे में जानकारी ली। फिर कहा कि उनके ट्रक का सूरतगढ़ रोड पर एक्सीडेंट हो गया। चालक को अधिक चोटें आईं हैं। खलासी को घायल के साथ उनके अस्पताल भिजवाया जा रहा है। कॉलर ने इलाज के लिए 35 हजार रुपए डॉक्टर के खाते में ऑनलाइन ट्रांसफर करने का कहा। घायल के लिए गाड़ी की व्यवस्था के नाम पर कथित खलासी की खाते में डलवाए रुपए : परिवाद के अनुसार कॉलर ने डॉक्टर को बातों में उलझाते हुए कहा कि उसके खलासी के पास रुपए नहीं हैं। इसलिए 35 हजार में से 20 हजार रुपए खलासी के नंबर पर ऑनलाइन ट्रांसफर कर दें ताकि गाड़ी की व्यवस्था कर घायल को अस्पताल ला सके। डॉ. रवि शंकर गोयल ने बताया कि उनके मोबाइल पर आरोपी ने 35 हजार रुपए जमा होने का मैसेज भेजा। पीड़ित ने सोचा कि उनके खाते में 35 हजार रुपए जमा हो गए। इसलिए कॉलर द्वारा बताए कथित खलासी के मोबाइल नंबर पर 20 हजार रुपए भेज दिए। बाद में करीब एक घंटे तक घायल उसके अस्पताल नहीं आया तो उसने उसने कॉलर को फोन किया। कथित खलासी को भी कॉल किया लेकिन दोनों ही मोबाइल नंबर बंद आ रहे थे। इस पर डॉक्टर को ठगी की आशंका हुई। बैंक मैनेजर को तुरंत ही फोन कर ठगी की आशंका जताई। शाखा प्रबंधक ने बताया कि उनके खाते में 35 हजार रुपए जमा ही नहीं हुए। ठगी की पुष्टि होते ही तत्काल पुलिस नियंत्रण कक्ष में संचालित साइबर सेल को लिखित परिवाद दिया। आरोप है कि वहां कोई कार्रवाई नहीं की गई। फिर सदर पुलिस को परिवाद दिया लेकिन थाने में बार बार संपर्क करने पर ‘जांच जारी है’ कहकर टरकाते रहे। इसलिए मजबूरन अदालत में इस्तगासा पेश किया। पुलिस ने आईपीसी की धारा 420 व आईटी एक्ट के केस दर्ज किया है। मामले की जांच एसआई गिरधारीसिंह कर रहे हैं।

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