हाथीपोल थाना पुलिस ने रेलवे क्वार्टर के बाहर खड़ी कार चुराने के आरोपी को गिरफ्तार किया है। उसने एक साल पहले कार खरीदी और आर्थिक तंगी के कारण 4 माह पहले ऑनलाइन कंपनी को बेच दी। कंपनी को एक ही चाबी दी और दूसरी खुद के पास रख ली। फिर कर्ज उतारने के लिए इसी चाबी से कार वापस चुरा ली। इस कार को बेचने के लिए इंटरनेट मीडिया कंपनी ओएलएक्स पर विज्ञापन दिया था। पुलिस ने ग्राहक बनकर आरोपी को गिरफ्तार किया और कार भी बरामद कर ली। थानाधिकारी आदर्श कुमार ने बताया कि मामले में राजसमंद-अजमेर नेशनल हाईवे से शिवदासपुरा, जयपुर निवासी चन्द्रमोहन पुत्र नंदकिशोर शर्मा को गिरफ्तार किया है। उसने पिछले साल मई में जयपुर से कार खरीदी थी। तंगी पर इसी साल मार्च में इसे ऑनलाइन कार देखो डॉट कॉम कंपनी को बेच दिया। कार की एक चाबी रख ली। कुछ दिनों बाद कार का रजिस्ट्रेशन पता किया, जो उदयपुर के सुरेश कुमार के नाम पर मिली। इसके बाद आरोपी ने दूसरी चाबी से कार चुराकर किसी और को बेचने की योजना बनाई। वह गत 29 जून को सूरजपोल स्थित रामविलास होटल में ठहरा। फिर कार की रैकी कर दूसरे दिन अंबामाता क्षेत्र में होटल दर्शन पैलेस में ठहरा। वह 1 जुलाई को तड़के 4 बजे होटल से पैदल निकला और कार चुराकर भाग गया। चोरी के बाद चंद्रमोहन 6 दिन तक खाटूश्याम जी और आसपास के स्थानों पर घूमता रहा। वह कार बेचने की फिराक में राजसमंद और भीलवाड़ा में भटक रहा था। इस बीच उसने ओएलएक्स वेबसाइट पर कार बेचने की कोशिश की। जहां पुलिस ने बोगस ग्राहक बनकर उसे दबोच लिया। बता दें, एमबी हॉस्पिटल के क्वार्टर में रहने वाले सुरेश कुमार पुत्र भैरू लाल ने गत 6 जुलाई को रिपोर्ट दी थी। नहीं मिली।