बूंदी के हिंडोली उपखंड के दूसरे सबसे बड़े गोठड़ा बांध की फेसवाल बारिश के कारण फिर से जर्जर होने लगी है। जबकि हाल ही में करीब दस करोड़ रुपए की लागत से इसकी मरम्मत कराई गई थी। बीती रात को बांध के कैचमेंट में बारिश होने के बाद दिनभर बांध में पानी की आवक हुई है। करीब 16 फीट पानी की आवक हुई है। ग्रामीण शाम को बांध देखने गए तब मामले की जानकारी लगी, जिसके कारण फेसवाल पानी की ओर झुक गई। वहीं, विभाग द्वारा फिर से बांध को लेकर लीपापोती शुरू कर दी है। जानकारी अनुसार जल संसाधन विभाग द्वारा मार्च 2023 में फेसवाल की पिचिंग करते समय भारी वाहनों के दबाव के चलते करीब 150 फीट फेसवाल भरभरा कर गिर गई थी, जिसके चलते काफी मात्रा में पानी बह गया था। फेसवाल टूटने की जानकारी मिलने पर जिला कलेक्टर सहित जल संसाधन विभाग के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। करीब 3 माह बाद राज्य सरकार द्वारा गोठड़ा बांध की मरम्मत के लिए 10 करोड़ रुपए की स्वीकृति प्रदान की,जिस पर जल संसाधन विभाग द्वारा टेंडर प्रक्रिया जारी कर फेसवाल बनाई गई। फेसवाल बनने के एक माह बाद ही तकनीकी खामी के चलते फेसवाल में जगह-जगह दरारें आ गई, जिस पर जल संसाधन विभाग द्वारा खानापूर्ति एवं बांध को कोई खतरा न बताकर मामले को रफा-दफा कर दिया था, लेकिन इस साल हुई बारिश में बांध की फेसवाल पानी की ओर झुक गई है। फिर भी जल संसाधन विभाग का कहना है कि फेसवाल की मरम्मत में कोई कमी नहीं है। बूंदी के अधिशासी अभियंता आरके पाटनी ने बताया कि गत वर्ष बारिश कम होने से दीवार के पास की मिट्टी बैठी नहीं थी। इस बार बारिश होने से मिट्टी दीवार में धंस रही है। जिससे थोड़ी जगह छूट जाती है। यह स्वाभाविक प्रक्रिया है। बांध मजबूत बना हुआ है। बांध को कोई खतरा नहीं है। छोड़ी गई जगह पर और मिट्टी डाली गई है।