सीआईडी के उदयपुर जोन में 7 दिन पहले एएओ (असिस्टेंट अकाउंट ऑफिसर) पद पर तैनात हुए खड़क सिंह ने शुक्रवार को जयपुर में झकझोरने वाली वारदात को अंजाम दिया। वह दो दिन पहले उदयपुर से अवकाश लेकर जयपुर पहुंचा और बांसवाड़ा की एक महिला और उसके 10 साल के बेटे को भी वहां बुला लिया। जयपुर में दोनों को जंगल में ले जाकर गला काटने लगा। दोनों ही चीखे-चिल्लाए तो वे उन्हें घायल अवस्था में ही मौके पर छोड़कर फरार हो गया। चौंकाने वाली बात यह है कि दोनों के शव दफनाने के लिए गड्ढा भी खोद लिया था। मां-बेटे की चीख-पुकार सुनकर पास के मंदिर से कुछ लोग दौड़कर मौके पर पहुंचे और हरमाड़ा पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मां-बेटे को कांवटिया अस्पताल पहुंचाया। प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें एसएमएस हॉस्पिटल में रेफर कर दिया गया। वहां दोनों का इलाज जारी है। फिलहाल उन्हें खतरे से बाहर बताया जा रहा है। उधर, पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपी खड़क सिंह को सांगानेर से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी मूलत: झुंझुनूं के बुहाना का रहने वाला है। अभी परिवार जयपुर के हरमाड़ा में बैनाड़ स्टेशन के पास रहता है। आरोपी का एक बेटा आर्मी में और दूसरा योगा टीचर है। एक साल पहले साथी महिला से की अभद्रता, तब उदयपुर जोन में भेजा था जानकारी के अनुसार खड़क सिंह करीब 26 साल से पुलिस मुख्यालय में इंटेलीजेंस की वेरिफिकेशन शाखा में नौकरी कर रहा था। एक साल पहले उसने मुख्यालय में तैनात अपनी साथी महिलाकर्मी से अभद्रता की थी। इस संबंध में महिला कर्मचारी की ओर से शिकायत दर्ज कराई गई थी। इसके बाद खड़क सिंह को बाहर भेजे जाने का फैसला लिया गया। इस फैसले के तहत उसकी नियुक्ति उदयपुर जोन में की गई। उसे इस जोन के तहत बांसवाड़ा में लगाया गया था। इसके बाद आरोपी ने उदयपुर ट्रांसफर करवा लिया तो कुछ दिन बाद महिला भी पीछे-पीछे यहां तक पहुंच गई और खड़क सिंह इससे परेशान रहने लगा। पुलिस जांच के अनुसार बांसवाड़ा की महिला अपने पति से अलग होने के बाद घरों पर काम कर अपना गुजारा चला रही थी। गढ़ा धन निकालने की बात कहकर बुलाया, गड्ढा भी मां-बेटे से खुदवाया आरोपी ने महिला को जयपुर में बुलाने के लिए कहा कि यहां एक पहाड़ी पर किसी ने गढ़ा धन बताया है, दोनों वहां चलकर निकालेंगे। इस पर महिला उसके झांसे में आकर बेटे के साथ जयपुर चली गई। यहां आरोपी मां-बेटे को ई-रिक्शा से नींदड़ मोड़ के पास ले गया। वहां से 4-5 किलोमीटर अंदर जंगल में पैदल ले गया और धन होने की बात कह कर दोनों से गड्ढा खोदने को कहा। इस बीच बैग से चाकू निकाला और मां-बेटे का गला रेत दिया। मां पर हुए पहले हमले के दौरान बेटा जोर-जोर से चिल्लाने लगा। बच्चे ने बचाव में उस पर पत्थर फेंक दिए। इससे आरोपी भी घायल हो गया। उसके कान के पास चोट लगी और खून निकलने लगा। जांच में यह भी सामने आ रहा है कि आरोपी ने मां-बेटे को रास्ते में नशीला पदार्थ खिला दिया, जिससे बेहोशी की हालत में हो गए थे। शादी का झांसा देकर बनाए थे संबंध, अब वह बना रही थी दबाव पुलिस की जांच में सामने आया कि आरोपी की बांसवाड़ा में पोस्टिंग थी। इस दौरान वह इस महिला के संपर्क में आया। महिला अपने पति से अलग रहती थी। ऐसे में आरोपी ने शादी का झांसा देकर उससे संबंध बनाए और बाद में उदयपुर तबादला करवा लिया। पीछे-पीछे महिला भी पहुंच गई। आरोपी ने पुलिस को बताया कि महिला शादी का दबाव बना रही थी। ऐसे में मां-बेटे को मारने साजिश रची। आरोपी ने महिला को खुद का नाम शक्ति सिंह बता रखा था। बताया जा रहा है कि अब महिला ने उसके खिलाफ दुष्कर्म करने की शिकायत भी दर्ज कराई है। डीसीपी वेस्ट अमित कुमार ने बताया कि सुबह 9 बजे सूचना मिली कि जंगल में महिला व बच्चे पर हमला हुआ है। टीम तुरंत मौके पर पहुंची और घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया। इसके साथ ही हरमाड़ा, मुरलीपुरा, दौलतपुरा व वीकेआई से टीमों का गठन कर आरोपी की तलाश शुरू करवाई गई। पुलिस ने आरोपी का मोबाइल भी सर्विलांस पर लिया। सीसीटीवी फुटेज से रूट मैप तैयार किया गया, तब तक आरोपी पब्लिक ट्रांसपोर्ट के जरिये सांगानेर पहुंच गया। पुलिस ने वहां पहुंचकर उसे गिरफ्तार कर लिया।