मानसून सीजन का पहला दौर गुरुवार को पूरा हो गया। अब तक जयपुर जिले में 141 मिमी बारिश दर्ज हुई है, जो दूदू, कोटपूतली और जयपुर ग्रामीण से 22% से 85% कम है। दरअसल, जयपुर को तोड़कर नए जिले बनाने से जयपुर जिले की बारिश भी बंट गई है। पहले जयपुर की कुल बारिश का आंकड़ा 34 वर्षा मापी केंद्रों से लिया जाता था, लेकिन जिले के चार टुकड़े होने के बाद 5 केंद्रों के आंकड़े ही जोड़े जाते हैं। अगर सभी केंद्रों की बारिश की गणना एकसाथ होती ताे औसत बारिश का आंकड़ा 168 मिमी तक पहुंच जाता। पांच केंद्रों वाले दूदू जिले में तो 227.83 मिमी तक बारिश रिकॉर्ड हुई है। अब एक हफ्ते तक मानसून सुस्त रहेगा। इसके बाद दूसरा दौर शुरू होगा। बता दें कि जयपुर में 27 जून को मानसून ने दस्तक दी थी और 3 जुलाई से बारिश का दौर शुरू हुआ था। जेएलएन मार्ग और कलेक्ट्रेट पर 200 मिमी बारिश प्री-मानसून और मानसून को मिलाकर शहर में अब तक 117.58 मिमी औसत बारिश होनी थी, लेकिन इसके मुकाबले 19.91%ज्यादा हुई है। जयपुर में केवल दो केंद्र जेएलएन मार्ग 201.4 और कलेक्ट्रेट पर 276 मिमी बारिश रिकॉर्ड हुई, जबकि ग्रामीण जिलों के 7 केंद्रों माधोराजपुरा 346, सांगावाला 292, जमवारामगढ़ 256, कालवाड़ 244, सांभर 201, मामटोरी कलां 239, रामगढ़ डेम पर 245 मिमी बारिश हो चुकी है। दूदू के फागी में 375 मिमी पानी बरसा। 17 जुलाई के बाद दूसरा दौर; मौसम विभाग के अनुसार मानसून ट्रफ लाइन हिमालय की ओर शिफ्ट हाे गई है। इससे पश्चिमी हवा के प्रभाव से मानसून एक हफ्ते कमजाेर रहेगा। 17 जुलाई के बाद फिर एक्टिव होने की संभावना है।