भारतीय ट्रेड यूनियन (सीटू) सीकर की ओर से अनेक मांगों को लेकर ढाका भवन से कलेक्ट्रेट तक आक्रोश रैली निकाली गई। इसके बाद यूनियन के सदस्यों व मजदूरों ने कलेक्ट्रेट के बाहर केंद्र व राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और विरोध-प्रदर्शन किया। सीटू के महामंत्री बृजसुंदर जांगिड़ ने कहा कि केंद्र की मोदी व राज्य सरकार ने श्रमिकों की नीतियों पर भारी हमला बोला है। व्यवसाय को आसान बनाने और मुक्त बाजार की आर्थिक नीतियों से उत्पन्न बेरोजगारी व महंगाई में गरीब मजदूरों के जीवन-यापन पर विनाशकारी असर डाला है। जांगिड़ ने कहा कि उद्योगपति और विदेशी कंपनियों के पक्ष में बनाए गए चार लेबर कार्ड्स का पूरे देश के मजदूर विरोध कर रहें हआई हैं। श्रम कानून के नाम पर जंगल राज कायम है। श्रम कानून के उल्लंघन पर मालिकों को दंड के प्रावधान को हटाया जा रहा है और नौकरी की सुरक्षा को खत्म कर दिया गया है। इन मांगों को लेकर किया प्रदर्शन