Site icon Raj Daily News

ठेका कर्मचारियों ने किया विरोध प्रदर्शन:ठेका प्रथा खत्म करने और हर साल 15 प्रतिशत सैलरी बढ़ाने की मांग

whatsapp image 2024 07 11 at 161810 1720696761 ZH7a93

कॉन्ट्रक्चुअल कम्प्यूटर एम्प्लोई राज एवं संविदा प्लेसमेंट संघर्ष समिति ने राजस्थान सरकार के खिलाफ समस्त सरकारी विभागों में कार्यरत संविदा ठेका कर्मचारीयों ने शहीद स्मारक कम्पनी बाग रोड़ पर भीख मांग कर विरोध प्रदर्शन किया गया। प्रदेश अध्यक्ष अनिशराज प्रजापति ने बताया कि पिछले कई वर्षों से सरकार ने ठेका कार्मिकों की मांगों को अनसुना किया है। इस कारण अब नई सरकार की शुरुआत से आंदोलन शुरू कर दिया है। यह अनूठा विरोध भी उसी कड़ी में किया गया है। यहां आमजन से भीख मांगकर सरकार का ध्यान आकर्षित करने की कोशिश की है। असल में कार्मिकों का वेतन कम है और काम ज्यादा कराया जाता है। इस कारण कुछ मांगों को लेकर विरोध किया गया है। प्रदेश सचिव यश जोशी ने कहा कि प्रदर्शन के बाद ख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया गया। कर्मचारी महासंघ के संरक्षक खेमचंद सोमवंशी ने बताया कि सरकार हमारी मांगों पर ध्यान नहीं दे रही । सरकारी खजाने में पैसा खत्म हो गया है। यह पैसा राजस्व को भरने के लिए इकठ्ठा किया गया है, ताकि सरकार कुछ विचार करे। हम चाहते हैं कि RLSDC बोर्ड का गठन कर ठेका प्रथा को खत्म किया जाए। इस दौरान अखिल शर्मा, कृष्ण कुमार , हुकुम शर्मा , देवेन्द्र शर्मा, मुरारी सिंह , आलोक शर्मा , मनोज सैन , सुनील कुमार, कुलदीप सिंह, दिंनेश कुमार, समय सिंह , उमंग , कुलदीप, गुड्डू, अनिल, किशन , महेन्द्र, पुनित , तेजकुमार, भुवन , जतिन , राज कुमार,पवन कुमार आदि मौजूद रहे। इस विरोध में विभाग सचिवालय , आबकारी विभाग, नगर निगम, यूआईटी, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, जलदाय विभाग, बिजली विभाग , सुचना एवं जनसंपर्क विभाग, पीडब्ल्यूडी , पंचायती राज संस्था ,वन एवं पर्यावरण विभाग, टैजरी, कृषि विभाग , जिला परिषद आदि के संविदा ठेका पद पर कर्मचारी मौजूद रहे।
संविदा/ प्लेसमेंट कार्मिकों कि मुख्य मांगे :
– राजस्थान लाजिस्टिकल सर्विस डिलीवरी कॉर्पोरेशन (RLSDC) बोर्ड का नोटिफिकेशन जारी किया जाए ।
– हर वर्ष 15% वेतन बढ़ाया जाए
– ठेका प्रथा सम्पूर्ण रूप से समाप्त कि जाएं ।
– पहली प्राथमिकता पहले से कार्यरत कर्मचारियों को दी जाएं ।
– हर महीने में 4 छुट्टी (CL/PL Leave ) दी जाएं बिना वेतन कटौती किए ।

Exit mobile version