स्कूल शिक्षा विभाग के शासन सचिव कृष्ण कुणाल शनिवार को बीकानेर में रहे। इस दौरान उन्होंने शिक्षा निदेशालय में निरीक्षण किया, अधिकारियों के साथ मीटिंग की और बाद में अंध विद्यालय पहुंचकर दिव्यांग स्टूडेंट्स के साथ भोजन किया। मीटिंग के दौरान उन्होंने अधिकारियो को निर्देँश दिए कि अनुकंपा नियुक्ति जैसे मुद्दों पर संवेदनशील होकर काम करें। शिक्षा सचिव के साथ मीटिंग में माध्यमिक व प्रारम्भिक शिक्षा के निदेशकों के साथ ही संयुक्त निदेशक, उप निदेशक और जिला शिक्षा अधिकारी स्तर के अधिकारी उपस्थित रहे। छुट्टी के दिन निदेशालय में पूरी तरह चहल पहल रही। इससे पहले कुणाल ने निदेशालय के मुख्य द्वार के पास बने समाधान कक्ष की विजिट की। जहां बताया गया कि बाहर से आने वाले कर्मचारी या अभ्यर्थी को यहीं से बताया जाता है कि उसे अब कहां जाना है। किससे मिलना है। इस पर कुणाल ने कहा कि ऐसे कर्मचारी व अभ्यर्थी की समस्या सुनने के बाद उसके समाधान तक उसे रिपोर्ट भी करना चाहिए। शिक्षा सचिव ने बैठक में अधिकारियों को संवेदनशील हो कर कार्य करने तथा समयबद्ध निस्तारण करने के लिए निर्देश दिए है । अनुकंपा नियुक्ति प्रकरणो में तत्काल कार्यवाही के निर्देश दिए । शाला दर्पण पर सेवा समाप्ति आदेश, शोध अनुज्ञा अनुमति तथा स्वैच्छिक सेवानिवृति आदेश के माड्यूल का शुभारम्भ किया गया । शिक्षा सचिव ने अंध विद्यालय में डे स्कालर बच्चों के अभिभावको के साथ बात कर उनका फीड़बेक जाना । विद्यार्थियों के कक्षा अध्ययन को जाना कि कैसे विद्यार्थी ब्रैल के माध्यम से अथध्ययन कर रहे हैं । विद्यार्थियों के प्रयासों की प्रसन्नता को अभिव्यक्त किया । विभिन्न सहायक सामग्री की आपूर्ति व गुणवत्ता भी देखी । उनके साथ अवलोकन के समय निदेशक माध्यमिक आशीष मोदी तथा प्रारंभिक सीताराम जाट भी थे । अधिकारियों ने स्टूडेंट्स के साथ बैठ कर दोपहर भोजन भी लिया गया ।