चातुर्मास 2024 की स्थापना तिथि जैसे जैसे निकट आ रही है वैसे ही दिगंबर जैन संतो को विहार चातुर्मास स्थलों की ओर तीव्रता से हो रहा है और चातुर्मास हेतु मंगल प्रवेश का क्रम भी अनवरत जारी है, इसी कड़ी में गुरुवार को दो दिगंबर जैन संत संघ का विहार के दौरान मिलन हुआ। पूज्य उपाध्याय ऊर्जयन्त सागर महाराज वर्षायोग समिति के अध्यक्ष कमलेश बावड़ी ने बताया कि आज उपाध्याय ऊर्जयन्त सागर मुनिराज ससंघ जय जवान कालोनी से विहार कर रहे थे, वही पूज्य मुनि समत्व सागर महाराज ससंघ गायत्री नगर से विहार कर रहे थे, दोनो संघो का महा मिलन चन्द्रप्रभ दिगंबर जैन मंदिर दुर्गापुरा पर हुआ, इस अवसर पर मुनि समत्व सागर महाराज ससंघ ने उपाध्याय ऊर्जयन्त सागर मुनि के नेतृत्व में शोभायात्रा का आयोजन हुआ, शोभायात्रा में हाथी, घोड़े, ऊंट, बग्गी सहित अनेक बैंडो के साथ भारी लवाजमा और हजारों लोगों उपस्थित रहें, समिति संयोजक बाबू लाल ईटून्दा के अनुसार शोभायात्रा राज की मंगल आगवानी की और त्रिप्रक्रमा कर नमोस्तु ज्ञापित किया, इस मौके पर उपस्थित जन समुदाय ने गगनचुंबी जय घोष लगाए, संपूर्ण वातावरण धर्ममय बना, दोनो संघो ने उपस्थित सामजजनो को आशीर्वचन दिया। वर्षायोग समिति के मुख्य संयोजक जिनेन्द्र गंगवाल जीतू ने बताया कि कल शुक्रवार को उपाध्याय ऊर्जयन्त सागर मुनिराज का चातुर्मास हेतु प्रताप नगर सेक्टर 8 जैन मंदिर में भव्य मंगल प्रवेश होगा, मंगल प्रवेश शोभायात्रा हल्दीघाटी गेट टोंक रोड से सुबह मार्ग में जगह जगह उपाध्याय की मंगल आगवानी देगी। शोभायात्रा में शांतिनाथ दिगंबर जैन युवा मंडल, महिला मंडल, धर्म जागृति महिला मंडल, विशुद्ध वर्धिनी बहु कला मंडल सहित जयपुर शहर के अनेक मंडलों के कार्यकर्ता अपना सहयोग देंगे। शोभायात्रा मार्ग पर 31 स्वागत द्वार बनाए गए हैं, शोभायात्रा श्री शांतिनाथ दिगंबर जैन मंदिर प्रताप नगर सेक्टर 8 पहुंच धर्म सभा में परिवर्तित होगी। वहां उपाध्याय ऊर्जयन्त सागर मुनिराज समाजजनों को संबोधित करेंगे।