राजस्थान नाथ समाज की ओर से 11 सूत्री मांगों को लेकर जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपा गया। समाज के लोगों ने कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन भी किया। समाज की ओर से प्रशासन को चेतावनी भी दी गई है कि अगर समय रहते राजस्थान सरकार ने उनकी मांगों को नहीं माना तो वह प्रदेश भर में उग्र प्रदर्शन करेंगे। राजस्थान नाथ समाज के जिला अध्यक्ष प्रह्लाद सहाय योगी ने कहा कि नाथ, जोगी, योगी जाति एक अत्यंत पिछड़ी हुई जाति है। इस जाति की जनसंख्या राजस्थान में 25 लाख है। राजनीतिक दृष्टि से ये जाती सामाजिक, शैक्षिक एवं आर्थिक रूप से काफी कमजोर है। नाथ, जोगी जाति के लोग अपने अधिकारों एवं हितों की सुरक्षा के लिए सरकार को लंबे समय से निवेदन कर रहें हैं लेकिन अभी तक सरकार ने इस समाज की ओर कोई ध्यान नहीं दिया। नाथ समाज की सरकार से मांग है कि नाथ, जोगी, जोगी जातियों को सरकार द्वारा एससी, एसटी व ओबीसी श्रेणी में शामिल कर लाभ प्रदान किया जा रहा है। तीनों जातियों को अलग-अलग कैटेगरी में बांट दिया गया है। सरकार ने तीनों जातियां को अलग-अलग कैटेगरी में बंद कर उनके साथ न्यायालय किया है। जबकि यह सभी एक ही संप्रदाय की जातियां हैं। सरकार से मांग है कि नाथ, जोगी व योगी जाति को गजट की पालना में घुमंतू व अनुसूचित जाति दोनों के प्रमाण-प्राप्त करने का अधिकार है। इसलिए इन्हें घुमंतू व अनुसूचित जाति में शामिल कर लाभ दिलाने के प्रयास किए जाएं।