झोटवाड़ा की शिवपुरी में जो सीवरेज लाइन टूटी है वह 22 फीट गहरे गड्ढे में है, जो 25 साल पहले जेडीए ने डाली थी। विद्याधर नगर जोन के एक्सईएन विविध बड़ाया ने बताया कि तब यह रोड 80 फीट चौड़ी थी, लेकिन अब 30 फीट चौड़ी है। निगम प्रशासन इसलिए असहाय है, क्योंकि उसे चलती सीवरेज लाइन को बदलने के लिए पोकलेन, सुपर सकर व सक्शन मशीन खड़ी करने की जगह ही नहीं मिल रही। ऐसे में लाइन सुधारना बड़ा टॉस्क है। साथ ही करीब से गुजर रही बीसलपुर की सप्लाई लाइन को बचाना भी महत्वपूर्ण है। यही नहीं, पास से ही कॉलोनी का ड्रेनेज सिस्टम भी गुजर रहा है, जिससे निगम के इंजीनियर यह तय नहीं कर पा रहे हैं कि किसे तोड़े और किसे बचाए। बड़ाया ने बताया कि पानी की लाइन व नाले के बीच सिर्फ 18 फीट की जगह है। लाइन सुधारने के लिए 2 जेसीबी, 2 क्रेन, 1 पोकलेन, 1 जंबो पंप, 3 मढ़पंप, 1 सक्शन मशीन, 1 सुपर सकर मशीन लगाई है, लेकिन इनको खड़ा करने की जगह ही नहीं मिल रही है। दरअसल, 22 फीट गहराई के इस गड्ढे को सुधारने के लिए ऊपर 42 फीट चौड़ी जगह चाहिए। ऐसे में वहां काम करना कठिन हो गया है। अगर बारिश नहीं आई तो 2 दिन में काम हो जाएगा, अन्यथा 5 दिन लगेंगे। निगम प्रशासन दिन-रात काम कर रहा है, लेकिन स्थानीय लोगों का सहयोग नहीं मिल रहा।