जयपुर के नेमिसागर कालोनी स्थित श्री नेिमनाथ दिगंबर जैन मंदिर में शनिवार को भगवान नेिमनाथ के मोक्ष कल्याणक महोत्सव को धूमधाम से मनाया गया। श्री नेिमनाथ दिगम्बर जैन समाज समिति के अध्यक्ष जेके जैन कालाडेरा ने बताया कि गिरनारजी पर्वत में उर्जयन्त टोंक से प्रदोष काल, चित्रा नक्षत्र में 536 मुनिराज के साथ मोक्ष पद को प्राप्त किया था। तीर्थंकर श्री नेमिनाथ भगवान के साथ 8800 मुनिराजों ने मोक्ष प्राप्त किया। इसी कूट से शम्बू, प्रद्युम्न, अनिरुद्ध इत्यादि बहत्तर करोड़ सात सौ मुनि सिद्ध हुए है। मूक जीवों के बंधन को देखकर भगवान नेिमनाथ ने वैराग्य को स्वीकार कर विश्व कल्याण की भावना भाते हुए मोक्ष मार्ग स्वीकार किया। इस दौरान श्रावक-श्राविकाओं की ओर से नेमिनाथ भगवान को निर्वाण लड्डू चढ़ाया गया। श्री नेिमनाथ दिगम्बर जैन समाज समिति के मंत्री प्रदीप निगोतिया ने बताया कि सुबह श्रीजी का सामूहिक अभिषेक शांति धारा पूजन संपन्न की गई। उसके बाद बड़े ही भक्ति भाव से निर्वाण लड्डू चढ़ाया गया।