बाड़मेर जिले के धनाऊ इलाके जेठाराम मेघवाल की संदिग्ध मौत मामले में न्याय नहीं मिलने से आहत उनके पूरे परिवार ने गांव से पैदल यात्रा शुरू कर दी हे। इस यात्रा में दो बेटियां सहित, 70 साल की मां, भाई सहित पूरा परिवार पैदल चलकर सोमवार को बाड़मेर पहुंच गए है। परिजनों ने बताया कि कितनोरिया से धनाऊ एवं चौहटन तथ जिला मुख्यालय पर जिला कलेक्टर को ज्ञापन देने के बाद प्रदेश की राजधानी जयपुर जाएंगे। रविवार शाम को चौहटन में तहसीलदार को ज्ञापन सौंपकर सीआईडी सीबी से जांच की मांग की है। ज्ञापन में बताया कि जेठाराम की मौत कोई हादसा नहीं थी, कुछ संदिग्धों पर हत्या का आरोप लगाते हुए न्यायिक जांच की मांग की है। उन्होंने राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री सहित मुख्य सचिव व पुलिस महानिदेशक के नाम ज्ञापन सौंपकर न्याय की गुहार की है। मृतक जेठाराम की पुत्री ममता एवं माता पेंपोदेवी ने ज्ञापन दिया। इनका आरोप है कि एससी-एसटी जाति की कमजोर महिलाएं है, सरकार व प्रशासन तक पहुंच नहीं होने से उन्हे न्यय नहीं मिलता है। मोहनलाल मेघवाल निवासी कितनोरिया ने बताया- कि उसका भाई जेठाराम रात में करीबन 8 बजे घर से घरेलू सामान लेने के लिए गांव कितनोरिया में गया था। रात में अज्ञात व्यक्ति उसको उठाकर कहीं ले गए और पीट-पीटकर हत्या करके कितनोरिया गांव में वादियों की कटाई में जाल के पेड़ के नीचे डालकर चल गए। मृतक जेठाराम की बेटी ममता का कहना है कि पूरा परिवार कितनोरिया गांव से जयपुर पैदल जा रहे है। मेरे पिता को चार-पांच जनों ने इकट्ठे होकर मर्डर कर दिया। लेकिन हमें न्याय नहीं मिल रहा है। पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है। हमें हमारे संविधान पर पूरा भरोसा है कि हमें न्याय मिलेगा। 85 किलोमीटर पैदल चलकर पहुंचे बाड़मेर जिला मुख्यालय मृतक जेठाराम का परिवार कितनोरिया से रविवार को दोपहर के समय धनाऊ तहसीलदार और थानाधिकारी को ज्ञापन देकर रवाना हुआ था। वहां से फिर चौहटन कस्बे पहुंचे। वहां पर चौहटन तहसीलदार को ज्ञापन देकर वहां से रवाना हुए। रात भर चलने के बाद सोमवार को सुबह करीब 10 बजे बाड़मेर जिला मुख्यालय पहुंचे है। यहां से फिर जयपुर के लिए रवाना होंगे। परिजनों ने जिला मुख्यालय पर दिया धरना मृतक जेठाराम को न्याय दिलाने के लिए परिजनों और समाज के लोगों ने जिला मुख्यालय कलेक्ट्रेट के सामने धरना भी दिया था। लेकिन पुलिस व प्रशासन की समझाइश के बाद लोग मान गए और कार्रवाई का आश्वासन के बाद धरना समाप्त कर दिया। यह था मामला 14 मई को कितनोरिया-धनाऊ गांव के बीच सड़क किनारे एक पेड़ के नीचे जेठाराम (40) पुत्र सालूराम का शव मिला था। परिजनो ने बताया- 13 मई की रात 8 बजे घर से निकला था, जो घर से कुछ दूरी पर स्थित दुकानों पर पहुंचा है। रात 8 से 9 बजे के बीच मृतक की अन्य कुछ लोगों से मोबाइल पर बातचीत भी हुई थी और उसके बाद करीब 9 बजे मोबाइल बंद हो गया। कुछ लोग ने लाठियों से पीट-पीटकर हत्या कर दी। उसके बाद शव को सड़क किनारे फेंक दिया।