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अखिल भारतीय राव राजपूत महासभा का शपथ ग्रहण व प्रतिभा सम्मान समारोह रविवार को बिड़ला ऑडिटोरियम में आयोजित हुआ। मुख्य अतिथि सीएम भजनलाल शर्मा ने कहा कि राव राजपूत समाज प्राचीन काल से अपना राष्ट्र धर्म निभाता आ रहा है। प्राचीन काल में हमारा देश और समाज अलग-अलग रियासतों में बंटा हुआ था, उन रियासतों में राव राजपूत जरूर होता था, जो उन्हें दिशा दिखाता था। आज जहां भी राव राजपूत समाज है, वहां राष्ट्र धर्म की बात होती है। यह राव राजपूत समाज का प्रतिभा सम्मान समारोह युवाओं में एक नई प्रेरणा का संचार करेगा। ऐसे आयोजन लगातार होते रहने चाहिए। समारोह की अध्यक्षता कर रहे राव राजपूत महासभा के अध्यक्ष राव प्रहलाद सिंह देवपुरा ने कहा समाज देश और संस्कृति के समर्पित रहा है और आगे भी रहेगा। देश को जब जैसी जरूरत पड़ी समाज ने वैसी ही भूमिका निभाई है। संस्कृति की रक्षा के लिए शस्त्र भी उठाए। उद्बोधन में राज्य सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं की सराहना की। समारोह में मौजूद लोगों ने एक पेड़ नाम के नाम लगाने का भी संकल्प लिया। इस दौरान मुख्य संरक्षक लादू सिंह ठिकरिया, महासचिव हेमन्त सिंह फतेहपुर, कोषाध्यक्ष उम्मेद सिंह मारोठपुरा, भाजपा जालौर जिला अध्यक्ष श्रवण सिंह मौजूद रहे। नई कार्यकारिणी ने ली शपथ: इस मौके पर मुख्य संरक्षक लादू सिंह ने मुख्य कायकारिणी के सभी पदाधिकारियों को राष्ट्रहित और समाज हित में कार्य करने की शपथ दिलाई। युवा कार्यकारिणी के संरक्षक सुरेन्द्र सिंह, अध्यक्ष वीरेन्द्र सिंह, महासचिव देवराज सिंह, कोषाध्यक्ष गगन सिंह सहित अन्य पदाधिकारियों को भी शपथ दिलाई गई। समारोह में 350 प्रतिभाओं का सम्मान सीएम ने समारोह में 350 प्रतिभाओं का सम्मान किया। बोर्ड परीक्षा में राज्य स्तर पर मैरिट में चयनित प्रथम विद्यार्थी को लैपटॉप एवं द्वितीय स्थान पर रहने वाले विद्यार्थी को टेबलेट और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। एक खिलाड़ी को भी सम्मानित किया गया। कक्षा 10वीं व 12वीं बोर्ड की परीक्षा में 80 प्रतिशत, स्नातक में 75 प्रतिशत, स्नातकोत्तर में 70 प्रतिशत या इससे अधिक अंक प्राप्त करने वाले तथा एमबीबीएस, आईआईटी, पीएचडी, आईआईएम, सीए को सम्मानित किया गया। अन्य मेधावी छात्र-छात्राओं को दुपट्टा पहनाकर प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिह्न दिया गया। समारोह में प्रदेश सहित अन्य राज्यों से भी लोग आए। इस दौरान लोग पारंपरिक वेशभूषा पहने हुए थे। हाड़ौती, शेखावाटी, मारवाड़, मेवाड़, वागड़ क्षेत्र के साथ-साथ दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, गुजरात, मध्यप्रदेश, यूपी, महाराष्ट्र से भी शामिल हुए।

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