राजस्थान के बजट में पहली बार सर्वाधिक 1005 तरह की घोषणाएं की गईं, लेकिन विधानसभा उपचुनाव वाले 5 क्षेत्रों के नाम से एक भी घोषणा नहीं की गई। 1005 नई घोषणाओं में शहरों, गांवों में कराए जाने वाले छोटे कार्यों की सूचियां भी शामिल हैं। चौंकाने वाली बात यह रही कि कुछ माह में होने वाले विधानसभा उपचुनावों की सीटों का बजट में बिल्कुल ध्यान नहीं रखा गया। जैसे इन सीटों को नजरअंदाज किया गया है या जैसे इन सीटों का परिणाम अभी से पता हों। घोषणाओं में टेबल किए कार्यों की लंबी सूचियों में भी उपचुनाव वाली विधानसभा सीटों के लिए मात्र 14 कार्य कराने के प्रस्ताव हैं। इससे साफ है कि अगले 1 साल में उपचुनाव वाली 5 सीटों पर औसत 2-3 काम भी नहीं कराए जाएंगे। वहीं भरतपुुर, जयपुर आदि के लिए 40-40 से अधिक घोषणाएं हैं। गौरतलब है कि दौसा, देवली-उनियारा, झुंझुनूं, खींवसर और चौरासी के विधायक सांसद चुने जाने के कारण कुछ माह में ही इन सीटों पर उपचुनाव होंगे। पूर्व में ये पांचों सीटों कांग्रेस या इसके अलायंस के पास थी। 5 क्षेत्रों का नाम लिया ही नहीं खींवसर, देवली उनियारा, दौसा, झुंझुनूं व चौरासी इलाकों का नाम लेकर बजट में एक बार भी कोई घोषणा नहीं की गई। शेरगढ़ जोधपुर के नाथड़ाऊ जैसे गांव में तहसील जैसी घोषणाएं की गई। लेकिन इन पांचों सीटों का नाम साढ़े तीन घंटे में एक बार भी नहीं लिया गया। देवली उनियारा को सड़कों के काम देवली सीएचसी को उप जिला में क्रमोन्नत करेंगे। देवली उनियारा की विभिन्न सड़कों के 20 करोड़ के काम होंगे। उनियारा बिजोलिया वाया इंद्रगढ़ लाखेरी बूंदी रोड पर 27.32 करोड़ का कार्य होगा। देवली उनियारा के गलवा बांध के माइनरों का जीर्णोद्धार पर 7 करोड़ खर्च होगा। 14 कार्य ही सूचीबद्ध, उपचुनाव वाली सीटों का थोड़ा-सा ब्यौरा