भजनलाल सरकार का पहला फुल बजट आज विधानसभा में पेश किया गया। वित्त मंत्री दिया कुमारी भजनलाल सरकार का पहला बजट सदन में रखा। इस बजट में बाड़मेर जिले कई सौगात मिली हैं, बाड़मेर उतरलाई में सिविल एयरपोर्ट के लिए निशुल्क जमीन, बालोतरा में पेट्रोजोन, गुड़ामालनी में पॉलिटिेक्टिनक कॉलेज, जिला मुख्यालय पर खेल एकेडमी की घोषणा की गई। बाड़मेर प्रिंटिग को बढ़ावा देने के लिए एक्सपोर्ट हब बनाने की घोषणा की गई। बाड़मेर जिले के चौहटन और गुड़ामालानी कस्बों को नगर पालिका बनाई जाएगी। बाखासर बंदरगाह, डीएनपी एरिया डवलपमेंट, बॉर्डर टूरिज्म की आस पूरी नहीं हो पाई। इसके साथ ही बालोतरा में पेट्रोजोन की स्थापना की जाएगी। पचपदरा रिफाइनरी से निकलने वाले बाय-प्रोडक्ट बनाए जाएंगे। दीया कुमारी ने बजट में तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से गुड़ामालानी बाड़मेर में नवीन पॉलिटेक्निक कॉलेज खोलने की घोषणा की है। वन डिस्ट्रिक्ट वन स्पोर्ट टीम स्कीम शुरू होगी। बाड़मेर सहित हर जिले मेें खेल एकेडमी बनेगी। हर जिले में स्पोर्टस कॉलेज खुलेंगे। वित मंत्री दीया कुमारी ने प्रदेश में स्थानीय स्तर पर हर विधानसभा क्षेत्रों में 20-20 हैंडपंप और 10-10 ट्यूबवेल के निर्माण की घोषणा की गई। बाड़मेर जिले में एक आदर्श सोलर ग्राम बनाया जाएगा। इसमें दो मेगावाट तक के सोलर पावर प्लांट स्थापित की जाएगा और 40% अनुदान दिया जाएगा। बाड़मेर में 10 बेड का नशा मुक्ति केंद्र स्थापित करने की घोषणा की। वित मंत्री ने प्रत्येक विधानसभा में 5 करोड़ की लागत से सड़क और 3 करोड़ के अन्य आधारभूत कार्यों की स्वीकृति की जारी की है। प्रदेश के सभी नगरीय निकाय क्षेत्र के बाजार और पब्लिक प्लेस में महिलाओं के लिए बायो टॉयलेट बनाए जाएंगे। बायतु और बालोतरा में बस स्टैंड विकास कार्य करवाने की घोषणा की। जिले की प्रत्येक ग्राम पंचायत स्तर पर ओपन जिम खोलने की घोषणा की गई। रेगिस्तान को जहाज ऊंट को संरक्षण देने के लिए ऊंट पालकों को अनुदान 10 हजार से बढाकर 20 हजार किया गया। बाड़मेर प्रिटिंग को लगेंगे पंख बाड़मेर प्रिंटिंग को बढ़ावा देने के लिए और निवेशकों को आने के लिए एक्सपोर्ट हब बनाया जाएगा। दीया कुमार ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी के लोकल फॉर वोकल के लिए दी पहल के क्रम में बाड़मेर सहित प्रत्येक जिले को एक्सपोर्ट हब बनाने की दृष्टि से राजस्थान वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडेक्ट पॉलिसी 2024 लाने जाने की घोषणा की गई। बनेंगे नए जीएसएस बालोतरा के सेला (सिवाना), पचपदरा, बोरावास (पचपदरा), बाड़मेर के बाछडाऊ (चौहटन) में 132 केवी के जीएसएस निर्माण को मंजूरी दी। बाड़मेर के देवंदी में 33/11 केवी के जीएसएस निर्माण को मंजूरी दी गई। सड़कों पर राशि स्वीकृत बाड़मेर में 25 किलोमीटर सड़कों के लिए 10 करोड़ रुपए की मंजूरी दी गई है। बालोतरा के सिवाना में देवड़ा-फूलन राखी सड़क कुल 9.4 किमी के लिए 8 करोड़ रुपए मंजूर किए है। बालोतरा के सिवाना में खारा फांटा – सिणधरी-मिठोड़ा-सिवाना- देवंदी-मोकलसर नेशनल हाईवे 325 तक कुल 51 किमी सड़क के लिए 30 करोड़ रुपए की स्वीकृत किए है। महिला एवं बाल विकास – हर विधानसभा में 5 नई आंगनबाड़ी खोली जाएगी।
– आंगनबाड़ी के बच्चों को 3 दिन दूध दिया जाएगा। दूध पाउडर के लिए 200 करोड़ रुपए खर्च होंगे।
– जिला स्तर पर कामकाजी महिलाओं के लिए हॉस्टल बनेंगे। 35 करोड़ खर्च होंगे। दरअसल, बजट लोकलुभावन घोषणाओं के साथ इंफ्रास्ट्रक्चर, उद्योग, किसान, युवा और महिलाओं पर फोकस रहा है। लोगों को उम्मीद है कि बाड़मेर को संभाग बनाया जाएगा। बीते 5 सालों से अटका एयरपोर्ट, लंबे समय से बाखासर सूखा बंदरगाह बनाने, डीएनपी इलाके में मूलभूत सुविधाओं विकसित, बाड़मेर नगरीय सीमा विस्तार, रीको डवलपमेंट, साथ ही पानी नदियों को जोड़ना सहित नए विकास की घोषणा की आस है। बाड़मेर को यह नहीं मिला बाड़मेर संभाग बनाने की उम्मीद पूर्ववर्ती सरकार के अंतिम बजट में नए जिले बनाने के साथ संभाग बनाए थे। लेकिन उस समय बाड़मेर को संभाग नहीं बनाया। इसके बाद यहां के लोगों ने संभाग बनाने की मांग करने के साथ-साथ विरोध भी दर्ज करवाया था। वहीं बीजेपी के कई नेताओं ने संभाग बनाने की मांग की थी। सूखा बंदरगाह घोषणा होने पर व्यापार का केंद्र बनेगा बाड़मेर बाड़मेर सांचोर जिले को गुजरात के समुद्री रास्ते जोड़ने की योजना बनाई गई थी। इसको लेकर तत्कालीन सीएम वसुंधरा राजे ने प्रयास भी किए लेकिन धरातल पर कुछ काम नहीं हो पाया। सूखा बंदरगाह बनता है तो प्रदेश का यह पहला सूखा बंदरगाह होगा। बाड़मेर के बाखासर तक बनाए जा रहे इस बंदरगाह को गुजरात से समुद्र के पानी को नहर के जरिए जोड़ने की योजना बनाई गई थी। बॉर्डर टूरिज्म सबसे बड़ी मांग इस बजट में सबसे बड़ी मांग व उम्मीद बॉर्डर टूरिज्म से जुड़ी है। यहां के लोगों को उम्मीद है कि वाघा बॉर्डर की तर्ज पर मुनाबाव बॉर्डर पर सेरेमनी करने व कई एक्टिविटी को जोड़ा जाए। वहीं पुरानी धरोहर जैसे किराडू तक पर्यटक पहुंचे। साथ रोहिड़ी के मखमले धोरों को पर्यटन की दृष्टि से डवलप किया जाए। बाखासर रण में पर्यटन के लिए विकसित किया जाए।
