माचाड़ी| जिरावली गांव में स्थित करीब 300 साल पुराना सिद्धकुंड धाम वैसे तो पूरे वर्ष लोगों की आस्था का केंद्र है, लेकिन मानसून के दौरान इस धाम को चारों ओर से घेरे हुए अरावली की वादियों का दृश्य महमोहक हो जाता है। इस बार मानसून की पहली बारिश ने धाम के चारों ओर हरियाली बढ़ा दी है, जो लोगों को लुभा रही है। सिद्धकुंड धाम के पुजारी सेवा दास महाराज ने बताया कि बारिश के बाद जैसे ही चारों तरफ हरियाली के साथ झरने बहने शुरू हुए हैं, उसके बाद भक्तों के साथ पर्यटकों की संख्या भी बढ़ गई है। ग्रामीणों के अनुसार अरावली की वादियों में जैसे ही हरियाली बढ़ती है, वैसे ही पर्यावरण के दुश्मन यहां चोरी छिपे पेड़ों की कटाई अवैध शुरू कर देते हैं। इसके लिए फोरेस्ट विभाग को सतर्क रहने की जरूरत है।