पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब के नवासे हजरत इमाम हुसैन की शहादत की याद में अलम-सद्दों का जुलूस निकलेगा। इस दौरान शरबत की छबील लगाई जाएगी। घरों में चूरमा, दाल बाटी सहित अन्य पकवानों पर नजर पेश की जाएगी। मुस्लिम मोहल्लों में मातमी धुनों के साथ अलम का जुलूस घर-घर पहुंचेगा, जहां पर अकीदतमंदों की ओर से अलम पर मन्नतों का धागा बांधा जाएगा। साथ ही सेहरा और मेवा भी चढ़ाया जाएगा। घाटगेट बाजार के नवाब के चौराहे पर अखाड़ा पंचायत मोहल्ला महावतान की ओर से अखाड़ों के उस्ताद तलवारबाजी, पट्टेबाजी का प्रदर्शन करेंगे। 17 जुलाई को मोहर्रम से एक दिन पहले कत्ल की रात को मातमी धुनों के साथ ताजियों का जुलूस निकाला जाएगा। 10वें दिन यौम-ए-आशूरा पर कर्बला में ताजियों को सुपुर्द-खाक किया जाएगा। ताजियों को दे रहे अंतिम रूप शहर में विभिन्न मोहल्ले में ताजियादारों ने ताजियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। मोहल्लों में ताजियों की चौकियों की साफ-सफाई का काम किया जा रहा है। मोहर्रम के दौरान मुस्लिम इलाकों में मजलिसों का दौर जारी है। चारदरवाजा स्थित दरगाह मौलाना जियाउद्दीन, लुहारों के खुर्रा, बांसबदनपुरा शिया कौमी इमाम बारगाह में भी मजलिस हुई। कुलाहे मुबारक की जियारत मंगलवार से कुलाहे मुबारक हजरत इमाम हुसैन ट्रस्ट की ओर से कुलाहे मुबारक की जियारत ऊंचा कुआं सलीम मंजिल में 16 और 17 जुलाई को होगी। 17 जुलाई की शाम ईशा की नमाज के बाद कुलाहे जियारत बंद हो जाएगी।

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