जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। लोक अदालत में 705 केस का दोनों पक्षों की ओर से राजीनामे से निपटारा किया गया। इसमें 7.93 करोड़ रुपए का अवॉर्ड पारित किया गया। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से कोर्ट परिसर के एडीआर सेंटर में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। राष्ट्रीय लोक अदालत में बैंच संख्या 1 की अध्यक्षता फैमिली कोर्ट के जज परमवीर सिंह चौहान ने की। इसमें 42 केस, बैंच संख्या 2 की अध्यक्षता न्यायाधीश मोटरवाहन दुर्घटना दावा अधिकरण मुकेश त्यागी ने करते हुए 74 केस, बैंच संख्या 4 की अध्यक्षता एसीजेएम सुनीता नसवारिया ने करते हुए 308 केस और बैंच संख्या 5 की अध्यक्षता एसीजेएम सागवाडा हरिश मेनारिया द्वारा करते हुए 123 केस का राजीनामे से निपटारा किया। इसी प्रकार न्यायिक मजिस्ट्रेट सीमलवाडा विकास जैन द्वारा 70 केस, बैंच संख्या 7 की अध्यक्षता न्यायिक मजिस्ट्रेट आसपुर मोनिका धनोल ने 77 केस और अतिरिक्त न्यायिक मजिस्ट्रेट सीमा मीणा ने 7 केस, इस तरह कुल 705 केस का निस्तारण किया। इसमें कुल 7 करोड़ 93 लाख 61 हजार 3 रुपए की राशि का अवॉर्ड पारित किया। साथ ही बैंच संख्या 3 की अध्यक्षता सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण डूंगरपुर कुलदीप सूत्रकार द्वारा करते हुए कई प्री लिटिगेशन केस का निस्तारण करते हुए राहत प्रदान की गई। राष्ट्रीय लोक अदालत को सफल बनाने के लिए जिला एवं सेशन जज सुनील कुमार पंचोली द्वारा 18 केस का आपसी राजीनामे से निस्तारण किया गया। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट पुनाराम गोदारा द्वारा 96 केस, एसीजेएम सागवाडा हरिश मेनारिया ने 110 अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट डूंगरपुर सुनिता नसवारिया द्वारा 62 केस, न्यायिक मजिस्ट्रेट सोनल शर्मा द्वारा 123, न्यायिक मजिस्ट्रेट सीमलवाडा विकास जैन द्वारा 70 न्यायिक मजिस्ट्रेट आसपुर मोनिका धनोल द्वारा 54 लंबित मामलों का निपटारा किया गया।