अजमेर सहित जिले भर में राष्ट्रीय लोक अदालत शनिवार को हो रही है। इसके लिए जिले में कुल 22 बैंच गठित की गई है। अजमेर मुख्यालय पर 10 बैंच हैं। इसके लिए लगभग तक 50 हजार 638 मामले चिह्नित किए गए। इनमें से प्री लिटिगेशन के 21 हजार 340 प्रकरण एवं 29 हजार 298 न्यायालयों में लम्बित प्रकरण चिह्नित किए गए। सभी प्रकरणों का निपटारा राजीनामे के आधार पर किया जा रहा है। यहां राजीनामे के बाद एक दूसरे को मिठाई खिलाई गई। फेमिली कोर्ट के विवाद समाप्त होने पर पति-पत्नी ने एक दूसरे को माला भी पहनाई। चेक बाउंस के मामले भी निपटाए गए। एक साल से चल रहा विवाद, अब खत्म बोराज के रहने वाले गोविंद रावत ने बताया कि उसकी उर्मिला से 2016 में शादी हुई थी और शादी के बाद से ही मनमुटाव चल रहा था। 2022 में उर्मिला घर छोड़कर चली गई और बाद में जुलाई 2023 में फेमिली कोर्ट में केस कर दिया। उनके पांच साल का बच्चा कार्तिक है। पिछले एक साल से परेशान थे। गोविंद व उर्मिला ने बताया कि एक साल से केस चल रहा था और आज राजीनामा हो गया। उन्हें बहुत खुशी है। जिले में कुल 22 बैंच, अजमेर में 10 राष्ट्रीय लोक अदालत के लिए अजमेर मुख्यालय पर न्यायालयों के लिए 6 बेंच, राजस्व मंडल अजमेर के लिए एक बेंच, राजस्व प्रकरणों के लिए एक बेंच तथा स्थाई लोक अदालत एवं जिला उपभोक्ता प्रतितोष आयोग द्वारा चिन्हित किए गए प्रकरणों के लिए एक बेंच, प्री लिटिगेशन प्रकरणों के लिए एक बैंच गठित की गई है। इसी प्रकार ब्यावर, किशनगढ़, केकड़ी, नसीराबाद तालुका पर दो-दो बेंच गठित की गई है। इनमें एक न्यायालयों द्वारा चिह्नित किए गए प्रकरणों के लिए तथा एक बेंच राजस्व प्रकरणों के लिए गठित की गई। सरवाड़, विजयनगर, पुष्कर, मसूदा के लिए एक-एक बेंच गठित की गई। इस प्रकार कुल 22 बैंच गठित की गई है। हैल्प डेस्क भी लगाई प्रत्येक बेंच में न्यायिक प्रकरणों के लिए गठित की गई बेंच में एक पैनल अधिवक्ता को सदस्य बनाया गया। राजस्व प्रकरणों के लिए गठित की गई बेंच में सेवारत राजस्व अधिकारी को सदस्य बनाया गया। मुख्यालय स्थित पैरा लीगल वॉलिंटियर्स की ड्यूटी लोक अदालत के प्रचार प्रसार एवं हैल्प डेस्क पर लगाई गई।