राज्य बजट में वित्तमंत्री दीया कुमारी की ओर से घोषित जयपुर-भीलवाड़ा एक्सप्रेस वे भीलवाड़ा जिले के लिए कई मायनों में खास होगा। एक्सप्रेस वे बनने से भीलवाड़ा टेक्सटाइल उद्योग और गति पकड़ेगा। शाहपुरा व केकड़ी जिलों के साथ ही मालपुरा (टोंक) से होकर यह 193 किमी लंबा एक्सप्रेस वे गुजरेगा। खास बात यह है कि वर्तमान मार्ग से एक्सप्रेस वे पूरी तरह से अलग बनेगा। इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट की लागत 9,864 करोड़ रुपए आएगी। वर्तमान में गुलाबपुरा व अजमेर होते हुए जयपुर की दूरी 206 किमी है। इस सफर में करीब 3:30 घंटे लगते हैं, लेकिन एक्सप्रेस वे कंपलीट होने के बाद जयपुर-भीलवाड़ा की दूरी 13 किमी घटकर सफर मात्र 2 घंटे का रह जाएगा। एक्सप्रेस वे में 17 एचएलबी व 17 छोटे पुल बनेंगे। नया एक्सप्रेस वे एक नेशनल हाइवे व 6 स्टेट हाइवे को क्रॉस करेगा। इसमें 6 फ्लाई ओवर भी बनना प्रस्तावित है। इस रुट पर प्रतिदिन औसतन करीब 11 हजार 53 वाहन गुजरेंगे। 1,777 हैक्टेयर जमीन अधिगृिहत की जाएगी। अवाप्त जमीन की कीमत करीब 1,423 करोड़ रुपए होगी। प्रारंभिक रुप से एक्सप्रेस वे के सिविल वर्क पर 4,696 करोड़ रुपए व प्रति किमी 24.33 करोड़ रुपए करीब लागत आएगी। उत्तर-पूर्वी एक्सप्रेस – वे से जुड़ेगा भीलवाड़ा, उद्योगों को फायदा भीलवाड़ा के प्रमुख उत्पाद कॉपर, अभ्रक, चांदी व सिल्वर स्टोन है। एक्सप्रेस वे बन जाने के बाद भीलवाड़ा उत्तर-पूर्वी एक्सप्रेस से जुड़ जाएगा। जयपुर, टोंक, मालपुरा, शाहपुरा, भीलवाड़ा व राजसमंद आपस में जुड़ जाएंगे। जयपुर के रेडिमेड गारमेंट्स उद्योग व हैंडीक्राफ्ट उद्योग का विकास होगा। यात्रा समय में करीब 1:30 घंटे की कमी आएगी।