जयपुर | कोटा दक्षिण से विधायक संदीप शर्मा ने प्रश्नकाल में कहा कि पिछले गहलोत राज में सैकड़ों स्कूलों को कागजों में क्रमोन्नत कर दिया। न तो किसी को स्टाफ दिया न ही फर्नीचर और भवन दिए। ऐसे में क्रमोन्नत स्कूल किस काम के? बच्चों को टीचर ही नहीं है तो शिक्षा का बुरा हाल है। इसके जवाब में शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि शिक्षा विभाग में स्वीकृत सभी पदों को शीघ्र भरा जाएगा। नए तथा क्रमोन्नत विद्यालयों में आवश्यक संसाधन प्राथमिकता से उपलब्ध करवाए जाएंगे। सरकार ने सत्ता संभालते ही कुछ समय में करीब 12 करोड़ 41 लाख रुपए के कार्य प्राथमिकता से करवाए जा रहे हैं। नए विद्यालयों के भवन निर्माण और उनमें संसाधनों की पूर्ण उपलब्धता के लिए राज्य सरकार चरणबद्ध रूप से कार्य करवा रही है। शर्मा के प्रश्न लगाया था कि 3 वर्षों में कोटा जिले के 83 राजकीय माध्यमिक विद्यालयों को उच्च माध्यमिक एवं 15 राजकीय उच्च‍ प्राथमिक विद्यालयों को उच्च‍ माध्यमिक में क्रमोन्नत किया गया है। कोटा जिले में 35 राजकीय विद्यालयों में एक कक्ष में एक से अधिक कक्षाओं का संचालन किया जा रहा है।

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