डूंगरपुर के महिला थाने में एक महिला ने अपने पति, सास-ससुर सहित 9 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया गया है। महिला ने ससुराल के लोगों पर जबरन ईसाई धर्म कबूल करने और दहेज में सोने की चेन लेकर आने के लिए प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। महिला थानाधिकारी सकाराम ने बताया कि सोनिया पुत्री खेमराज ने रिपोर्ट दर्ज करवाई है। सोनिया ने बताया कि 11 मई को उसकी शादी अजीत पुत्र बंशीलाल कवि निवासी हड़माला सागवाड़ा के साथ हिंदू रीति रिवाज से करवाई थी। शादी के बाद वह अपने ससुराल में ही रहने लगी। उसकी सास पार्वती और ससुर बंशीलाल सागवाड़ा में एक ईसाई मिशनरी के हॉस्टल में खाना बनाने का काम करते हैं। पूरे परिवार ने ईसाई धर्म ग्रहण कर लिया है। इस वजह से ससुराल के लोग उसे व्रत, उपवास, हिंदू देवी-देवताओं की पूजा नहीं करने देते हैं। मंदिर जाने से भी रोकते हैं। इसके बाद सभी आरोपी उसे सागवाड़ा हॉस्टल में स्थित चर्च में ले गए। वहां सुनील निवासी मद्रास बाइबिल पकड़ाकर समझाने लगा। उन्होंने कुछ जबरदस्ती पिलाया और खिलाया। मना करने पर ससुराल के लोग उसे वापस घर ले गए और ईसाई धर्म नहीं कबूलने पर परेशान करना शुरू कर दिया। वहीं पिता के घर से सोने की चेन लाने के लिए दबाव बनाने लगे। चेन नहीं लाने पर ईसाई धर्म ग्रहण करने के लिए जबरन दबाव बनाया और उसे काफी परेशान किया। 10 जुलाई को उसके साथ मारपीट कर घर से निकाल दिया। इस वजह से वह स्टेट ओपन के एग्जाम भी नहीं दे पाई। पुलिस ने मामले में पीड़िता की रिपोर्ट पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।