सीए इंटर में पिछले रिजल्ट के मुकाबले में 16.41 प्रतिशत और सीए फाइनल में 6.56 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखने को मिली है। इसका कारण सिलेबस में पेपर की कमी करना और न्यू सिलेबस लागू होने के दौरान मार्किंग थोड़ी आसान करना रहा। सीए इंटर में इनफॉर्मेशन सिस्टम और इकोनॉमिक्स का पेपर हटा दिया है। ये दोनों पेपर सीए स्टूडेंट्स के लिए काफी मुश्किल थे। इनके हटने से काफी समय अन्य पेपर को मिल सका है। इधर, सीए फाइनल में कॉस्टिंग और लॉ के पेपर हटाए गए हैं। अमूमन हर बार रिजल्ट में 10-12 हजार सीए देशभर में बनते हैं। इस बार यह आंकड़ा 20 हजार को पार कर गया है। भीलवाड़ा का रिजल्ट जयपुर और जोधपुर सीए हब से ज्यादा अच्छा रहा है। जयपुर में सीए इंटर का रिजल्ट 27.35%, जोधपुर में 20.41%, और भीलवाड़ा 31.59% रहा। इसी तरह सीए फाइनल में जयपुर में 23.68%, जोधपुर में 17.78% और भीलवाड़ा में 21.69% रहा। सीए फाइनल का रिजल्ट 6.56% बढ़ा, 7 साल में सबसे अच्छा परिणाम भास्कर संवाददाता | भीलवाड़ा सीए इंटर और सीए फाइनल के रिजल्ट में भीलवाड़ा से टॉप-50 में तीन ऑल इंडिया रैंक है। सीए फाइनल में कुशल बाबेल ने 27वीं, सीए इंटर में प्रियल झंवर ने 38वीं और दिव्यांश गगरानी ने 45वीं ऑल इंडिया रैंक हासिल की। सबसे बड़ी बात यह है कि तीनों ने पहले प्रयास में ही उपलब्धि हासिल की है। ऑल इंडिया के मुकाबले भीलवाड़ा का सीए फाइनल में 1.81 प्रतिशत, सीए इंटर में 13.17 प्रतिशत अधिक रिजल्ट रहा। आईसीएआई भीलवाड़ा के चेयरमैन सीए सोनेश काबरा ने बताया कि सीए फाइनल के बोथ ग्रुप में ऑल इंडिया का 19.88 प्रतिशत तो भीलवाड़ा का 21.69 प्रतिशत रिजल्ट रहा है। सीए इंटर में भी बोथ ग्रुप का ऑल इंडिया का 18.42 प्रतिशत रहा है वहीं भीलवाड़ा का 31.59% रिजल्ट रहा। कुशल बाबेल – रणनीति से मेहनत करने से निश्चित मिलती है जीत शास्त्री नगर निवासी कुशल बाबेल ने सीए फाइनल में 27वीं ऑल इंडिया रैंक हासिल की है। सीए के नए परीक्षा पैटर्न होने से काफी आसानी हुई है। पहले आठ पेपर थे अब छह पेपर होने से परीक्षा का तनाव अधिक नहीं रहा। परीक्षा के समय पढ़ने से अच्छा है कि शुरू से रणनीति बनाकर और रोजाना मेहनत करने से जीत हासिल होती है। पिता राजेंद्र बाबेल बिजनेसमैन हैं। कुशल का लक्ष्य एमएनसी में जॉब करने का है। अपनी उपलब्धि का श्रेय पिता, दीदी, दोस्तों को देते हैं। प्रियल झंवर – कड़ी मेहनत और भगवान में आस्था से मिली उपलब्धि पथिक नगर निवासी प्रियल झंवर की सीए इंटर में 38वीं ऑल इंडिया रैंक आई हैं। इनका मानना है कि कड़ी मेहनत के साथ ही भगवान में आस्था रखना जरूरी है। प्रियल ने भी पहले ही प्रयास में सफलता हासिल की है। 10वीं में 95.4 प्रतिशत और 12वीं में 96 प्रतिशत अंक हासिल किए। पिता जयप्रकाश झंवर ने बताया कि प्रियल ने सेल्फ फोकस होकर पढ़ाई की। मां मधु झंवर ने बताया कि प्रियल का लक्ष्य सीए बनने के बाद एमबीए करना है।