अजमेर के गेगल थाने से दो किलोमीटर दूर अजमेर-जयपुर नेशनल हाईवे पर स्थित जीडी बड़ाया अस्पताल (प्राइवेट) में घुसे बदमाशों ने पहले शराब पार्टी की। फिर जमकर तोड़फोड़ की। तोड़फोड़ में लाखों रुपए का नुकसान हुआ। गनीमत रही कि अस्पताल में रखी सीटी स्कैन और एक्सरे मशीनें सुरक्षित रहीं, वरना करोड़ों का नुकसान हो सकता था। अस्पताल में कोई सुरक्षा गार्ड तैनात नहीं होने का फायदा उठाकर बदमाशों ने अपनी कारगुजारी को अंजाम दिया। सेंट विल्फ्रेड कॉलेज के प्राचार्य जितेंद्र कपूर ने गेगल थाने में घटना को लेकर मुकदमा दर्ज कराया। चौकीदार ने दी ताले टूटे होने की सूचना उन्होंने बताया कि चौकीदार मुकेश खन्ना ने अस्पताल का गेट और ताले टूटे होने की जानकारी दी। पुलिस को दी रिपोर्ट में बताया गया कि बदमाशों ने अस्पताल के पीछे बेसमेंट के गेट का कांच और कुंडी तोड़कर अंदर घुसे। बेसमेंट से तोड़फोड़ शुरू की। दूसरी मंजिल तक गेट तोड़ते हुए पहुंचे। बदमाशों ने फॉल्स सीलिंग, विद्युत बोर्ड, बाथ बेसिन, पंखे, पाइप, केबल, बाथरूम की टाइल्स, विद्युत उपकरण और अस्पताल के अन्य सामान को नुकसान पहुंचाया। अस्पताल के सीलिंग फैन भी उतार लिए। बदमाशों ने अस्पताल में शराब पी और खाना भी खाया। पुलिस के अनुसार तोड़फोड़ देखकर लगता है कि वारदात किसी पुरानी रंजिश का बदला लेने को लेकर अंजाम दी गई लगती है। थाना प्रभारी सुमन चौधरी ने बताया कि मामला दर्ज कर जांच एएसआई कमल किशोर को सौंपी गई है।