चित्तौड़गढ़ में अजय राज सिंह झाला हत्याकांड को लेकर जनआक्रोश लगातार बढ़ता जा रहा है। बुधवार को मृतक के परिजन, समाजजन न्याय की मांग को लेकर सड़कों पर उतर आए। प्रदर्शन की शुरुआत नेहरू गार्डन से हुई, जहां से कई लोगों ने हाथों में तख्तियां लेकर कलेक्ट्रेट चौराहा तक पैदल मार्च निकाला। इस दौरान सभी ने “हत्यारों को फांसी दो”, “SIT गठित करो”, “हमें न्याय चाहिए” जैसे नारे लगाए और अपना विरोध जताया। कलेक्ट्रेट चौराहे पर पहुंचकर सभी प्रदर्शनकारियों ने मानव श्रृंखला बनाकर घटना के खिलाफ सामूहिक आक्रोश जताया। SIT टीम से जांच कराने की मांग प्रदर्शनकारियों का कहना था कि यह सिर्फ एक परिवार की नहीं, बल्कि पूरे समाज की पीड़ा है। 1 जून देर रात को अजय राज सिंह झाला की होटल पर खाना खाते समय करीब 25 नामजद लोगों द्वारा होटल को चारों ओर से घेरकर ताबड़तोड़ फायरिंग की गई थी। कई गोलियां चलाई गईं, जिनमें से 1 गोलियां अजय राज को लगीं और उसकी मौके पर ही हत्या कर दी गई। इस हत्याकांड से चित्तौड़गढ़ शहर में भय और असुरक्षा का माहौल बन गया है। इस अपराध के बाद भी अब तक मुख्य आरोपी गिरफ्तार नहीं हुए हैं, जिससे लोगों में आक्रोश है। पीड़ित परिजनों ने मांग की कि इस मामले की निष्पक्ष जांच के लिए एसआईटी (विशेष जांच टीम) गठित की जाए, ताकि पूरे मामले की स्वतंत्र जांच संभव हो सके। साथ ही सभी नामजद आरोपियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी होनी चाहिए और उन्हें न्यायिक हिरासत में लिया जाए। विशेष लोक अभियोजक नियुक्त करने की मांग प्रदर्शनकारियों ने यह भी मांग की कि इस मामले में जो भी गवाह हैं, उन्हें सुरक्षा दी जाए ताकि वे बिना किसी डर के सच सामने ला सकें। साथ ही एक विशेष लोक अभियोजक की नियुक्ति की जाए, जो इस मामले की प्रभावी पैरवी कर सके। उन्होंने यह भी आग्रह किया कि इस हत्याकांड का ट्रायल एक विशेष अदालत में समयबद्ध रूप से चलाया जाए ताकि दोषियों को जल्द से जल्द कठोर सजा मिल सके और पीड़ित परिवार को न्याय मिल सके। परिवार ने अतिरिक्त जिला कलेक्टर और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक से मिलकर न्याय की गुहार लगाई।
अजयराज सिंह झाला हत्याकांड के विरोध में चित्तौड़गढ़ में जनआक्रोश:अभी तक मुख्य आरोपी फरार, गिरफ्तारी नहीं होने से रोष, SIT गठित करने की मांग
