श्रीगंगानगर जिले में राज्य सरकार की फ्लैगशिप योजना के अंतर्गत आयोजित पंडित दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय संबल पखवाड़े के शिविर अव्यवस्थाओं के शिकार रहे। श्री गंगानगर जिले के गांव जानकीदासवाला, भगवानसर और मानकसर में लगाए गए शिविरों में सुबह 9:30 बजे से ही ग्रामीण अपनी समस्याएं लेकर पहुंच गए। दोपहर 12:30 बजे तक भी शिविर प्रभारी तहसीलदार, बीडीओ और अन्य विभागों के अधिकारी नहीं आए। जिसके बाद ग्रामीण अधिकारियों का इंतजार करते रहे। ऐसे में दोपहर तक शिविरों में अधिकारियों की कुर्सियां खाली पड़ी रही और सेंकड़ों ग्रामीण अपनी जनसमस्याओं को अवगत करवाने के लिए अधिकारियों का इंतजार करते रहे। गौरतलब है कि इन शिविरों का उद्देश्य विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ एक ही स्थान पर आमजन को उपलब्ध कराना है। शिविरों में आय, जाति, मूल निवास, पेंशन स्वीकृति, चिकित्सा कार्ड, सामाजिक सुरक्षा, मनरेगा, श्रमिक पंजीयन, विधवा एवं वृद्धावस्था पेंशन, कृषि विभाग के योजनागत लाभ, बिजली-पानी की समस्याएं, पट्टे, खाद्य सुरक्षा योजनाओं से जुड़े कार्य किए जा रहे हैं। ऐसे में शिविर के प्रभारी अधिकारी ही समय पर शिविर में नहीं पंहुचने के कारण आमजन भी नाराज नजर आए। अपनी समस्याओं के समाधान के लिए शिविर में आए ग्रामीणों का कहना है कि जब जिम्मेदार ही समय पर नहीं पहुंचेंगे, तो समाधान कैसे होगा? भगवानसर में ग्रामीणों ने अधिकारियों की खाली कुर्सियों पर ज्ञापन चिपका रोष जताया। पंचायत में नारेबाजी की गई। पूर्व वार्ड पंच गुरपयार सिंह, सुखदेव, मनोहरलाल, पवन कुमार, सोनू यादव सहित ग्रामीणों ने बताया कि गांव में पेयजल संकट महीनों से बना हुआ है। टंकी खाली है, टैंकरों की व्यवस्था नहीं है, नली कनेक्शन सूखे पड़े हैं। कई बार लिखित में शिकायत दी गई, लेकिन आज तक कोई सुनवाई नहीं हुई। मानकसर व जानकीदासवाला पंचायतों में भी यही हाल रहा। ग्रामीणों ने कहा कि अधिकारी लेट आए हैं समस्याएं का कोई समाधान नहीं हो रहा है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि आने वाले दिनों में उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हुआ और अधिकारी ऐसे ही लापरवाह बने रहे, तो वे सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेंगे। बड़ा सवाल यह है कि जब शिविर सरकारी रिकॉर्ड में सुबह 9:30 बजे शुरू हो चुके हैं, तो अधिकारी क्यों नहीं पहुंचे?

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