प्रतापगढ़ के विभिन्न गांवों के लाइसेंसी अफीम काश्तकारों ने डोडा चूरा नष्टीकरण के खिलाफ आवाज उठाई है। काश्तकारों ने आबकारी विभाग को ज्ञापन सौंपकर मुआवजे की मांग की है। काश्तकारों का कहना है कि अफीम उत्पादन में उन्हें काफी खर्च करना पड़ता है। बिना मुआवजे के डोडा चूरा नष्ट करना उनके साथ अन्याय होगा। पहले जब विभाग डोडा पोस्त का नष्टीकरण करता था, तब किसानों को मुआवजा मिलता था। आबकारी विभाग ने डोडा चूरा नष्ट करने की तिथि निर्धारित कर दी है। लेकिन मुआवजे को लेकर अभी तक कोई स्पष्टता नहीं है। इससे काश्तकार नाराज हैं। उन्होंने आबकारी अधिकारी रमेश चंद्र को ज्ञापन सौंपा है। किसानों ने राज्य सरकार से पूर्व नियमों के अनुसार मुआवजा दिलवाने की मांग की है। उन्होंने साफ कर दिया है कि जब तक मुआवजा नहीं मिलेगा, वे डोडा पोस्त नष्ट नहीं करेंगे। यह जानकारी बुधवार दोपहर 2 बजे सामने आई।