बॉलीवुड एक्टर अरबाज खान का राजस्थानी गाना ‘चोखो भरतार’ मंगलवार को होटल मैरियट में रिलीज किया गया। इस मौके पर एक्टर अरबाज खान और अदाकारा सिमरन खान सहित टीम के मेम्बर्स मौजूद रहे। अरबाज ने कहा कि यह गाना एक शादीशुदा महिला के अपने पति के प्रति प्रेम और प्रशंसा को दर्शाता है। जो राजस्थानी संस्कृति और बॉलीवुड स्टाइल का अनूठा संगम है। उन्होंने कहा- राजस्थान से कई साल से विशेष नाता रहा है, बहुत साल पहले बड़जात्या जी ने रंगीलो म्हारो ढोलना गाना किया था। इसके बाद अब मैंने यह चोखो भरतार गाना किया है। इससे बेस्ट क्या हो सकता है। आज इस इवेंट में मेरी एंट्री भी रंगीलो म्हारो ढोलना पर हुई है। किसी दूसरी जगह पहले से कमिटमेंट्स थे
अरबाज खान ने आईफा में खान परिवार के नहीं आने पर कहा- जब आईफा जयपुर में हो रहा था, तब मेरे कुछ अलग कमिटमेंट थे। इसके फाउंडर आंद्रे से बात भी हुई थी, टिकट के लिए स्पेस भी रखा था, लेकिन मेरा किसी जगह पहले से कार्यक्रम तय था। ऐसे में यहां नहीं आ पाए। हम प्रोफेशनल हैं। ऐसे में दो -तीन दिन निकालना थोड़ा मुश्किल होता है। हमारे परिवार के लोग कहीं न कहीं ट्रैवल कर रहे थे। बिजी थे। नहीं तो हम इसमें जरूर आते। यह बॉलीवुड का सबसे बड़ा अवॉर्ड इवेंट है। इस आयोजन के बारे में मुम्बई में काफी चर्चा है। लोग जो इसमें आए हैं, उन्हें काफी मजा आया है। जिस तरह की सरकार से हेल्प मिली है, वह तारीफ के काबिल है। राजस्थानी सिनेमा और म्यूजिक को ब्रेक थ्रू मिलना जरूरी
राजस्थानी म्यूजिक और सिनेमा के लिए अरबाज ने कहा- इसके लिए एक ब्रेक थ्रू का मिलना बहुत जरूरी है। कोई न कोई इस जगह से ऐसा निकले की, उसके पीछे पूरी इंडस्ट्री खड़ी हो जाए। हर फील्ड में किसी न किसी को जबरदस्त काम करना होगा। कोई भी इंडस्ट्री दबाव में नहीं बनती है, वह अपने काम और नजरिए से आगे बढ़ती है। पंजाबी म्यूजिक चल रहा था, किसी ने उसे फालतू में प्रमोट नहीं किया। किसी न किसी को लगा होगा कि यहां अच्छा काम हुआ है। आज लोगों को साउथ का कटेंट पसंद आ रहा है, वहां भी ब्रेक थ्रू मिला है। अरबाज खान ने कहा- मैं राजस्थानी को समझ लेता हूं, बोल नहीं पाता। मैंने यह राजस्थानी गाना चोखो भरतार किया है, उसके लिरिक्स को भी समझने का प्रयास किया है। गाने की शुरुआत में कुछ डायलॉग भी हैं, जिसे मैंने पूरी शिद्दत से ट्राइ किया है। इस गाने के टाइटल का मतलब बेस्ट पार्टनर है। देश में कई लैंग्वेज है, वे कुछ कुछ समझ में आती है। मेरी कोशिश होती है कि यदि वहां का कोई रोल है तो उसे पूरी जान से निशाने की कोशिश रहती है। बहुत सारी चीजों में राजस्थान नम्बर वन अरबाज ने कहा कि जयपुर में दो लोकेशन पर इस गाने का शूट किया गया है। इसे पूरी खूबसूरती के साथ फिल्माया गया है। इसके लिए 12 से 14 घंटे का काम किया है। राजस्थान का अपना इतिहास रहा है, यहां की खूबसूरती अलग है। यहां अलग-अलग क्षेत्रों में अपनी अलग पहचान है, कई जगह राजस्थान नम्बर वन है। मुझे खुशी है कि आईफा यहां हुआ है। इससे बड़ा फायदा आगे मिलने वाला है। टूरिज्म को पुश मिलेगा। बॉलीवुड का एक अलग नजरिया यहां के लिए बनने वाला है। हालांकि राजस्थान पहले भी शूटिंग के लिए लोगों की फेवरेट रहा है। जेपी दत्ता की फिल्मों में राजस्थान की झलक नजर आ ही जाती है।

जयपुर में ही हुई है गाने की शूटिंग प्रोड्यूसर हाफिज बैग ने बताया- इस सॉन्ग की शूटिंग ‘डिवाटेल्स एंटरटेनमेंट’ के बैनर तले जयपुर में संपन्न हुई है। यह पहला ऐसा गीत है, जिसमें बॉलीवुड और राजस्थानी लोकगीत की शैली को बेहतरीन तरीके से प्रस्तुत किया गया है। अरबाज खान ने राजस्थानी लोक कला को अपनाते हुए अपने अभिनय के माध्यम से इसे जीवंत बना दिया है। उन्होंने आगे बताया – हमने इस सॉन्ग के जरिए दो अलग-अलग संस्कृतियों को जोड़ने का प्रयास किया है। इस सफलता का पूरा श्रेय हमारी पूरी टीम, कलाकारों और लोकल क्रू को जाता है। ‘चोखो भरतार’ के जरिए राजस्थान की संस्कृति को बॉलीवुड के मंच पर प्रस्तुत करने का यह प्रयास दर्शकों के दिलों में गहरी छाप छोड़ने के लिए पूरी तरह तैयार है। इस लॉन्चिंग सेरेमनी के दौरान दीवा टेल्स के प्रमुख टीम मेंबर्स राजीव सुरती व डोनी कपूर, लोकल प्रमोटर सौरव प्रजापत, राजन शर्मा, नवीन टांक मौजूद रहे।

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