अलवर शहर के कटी घाटी के पास गोल्डन वाटर पार्क में डूबने से 9 वर्षीय बालक की मौत हो गई। घटना बुधवार शाम करीब 4 बजे की है। बालक की डूबने से मौत के बाद अफरा-तफरी मच गई। लोगों ने यहां सुरक्षा किट व चिकित्सा सुविधा न मिलने पर रोष जताया। परिजन जिला अस्पताल के बाहर धरने पर बैठ गए। कुछ लोगों ने पार्क संचालकों को खरी-खोटी सुनाई। लेकिन वहां मौजूद गार्डों ने बदसलूकी शुरू कर दी। शाम 4 बजे अचानक पूल में डूबा बच्चा
परिजन संदीप ने बताया कि एमआईए के झारेड़ा गांव निवासी 9 वर्षीय बालक नमन राजपूत की डूबने से मौत हो गई। वह अपने माता-पिता गजराज सिंह के साथ वाटर पार्क गया था। लेकिन शाम 4 बजे अचानक पूल में डूब गया। वहां सुरक्षाकर्मियों ने ध्यान नहीं दिया। बालक कब पानी में डूब गया। उसके बाद किसी ने ध्यान दिया। जब उसे बाहर निकाला तो वह मृत मिला। उसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। माता-पिता को जब इसकी जानकारी हुई तो मातम छा गया। गार्डों ने बदसलूकी शुरू कर दी
संदीप ने बताया- पार्क में आए लोगों में अफरा-तफरी मच गई। आम लोगों ने जब वाटर पार्क की सुरक्षा पर सवाल उठाए तो गार्डों ने बदसलूकी शुरू कर दी। इसके बाद काफी देर तक हंगामा होता रहा। पुलिस को सूचना दी गई। लेकिन हर साल इस पार्क में कोई न कोई घटना हो ही जाती है। इसके बाद भी प्रशासन सख्त कार्रवाई नहीं करता। मोटी फीस ली, सुविधाएं नहीं हैं
संदीप ने बताया कि गोल्डन बाग वाटर पार्क में मोटी फीस ली जाती है। सुविधाएं नहीं हैं। पानी की गुणवत्ता भी ठीक नहीं है। लड़के के डूबने के बाद भी डीजे बजता रहा। कहने के बावजूद डीजे बंद नहीं किया गया। ताकि दूसरे लोगों को पता न चले। लड़के को डूबने से बचाने का कोई प्रयास नहीं किया गया। घरवाले खुद ही उसे अस्पताल लेकर आए। बाद में पुलिस को सूचना दी गई।