अलवर में माता-पिता और 2 भाइयों के साथ वाटर पार्क आया 11 साल का बच्चा स्विमिंग पूल में डूब गया। जब तक लोगों ने उसे देखा तब तक उसकी मौत हो गई। बच्चे के डूबने की जानकारी मिलने के बाद वहां अफरा-तफरी मच गई। लोगों ने वाटर पार्क में सुरक्षा किट और चिकित्सा सुविधा नहीं मिलने पर नाराजगी जताई। कुछ लोगों ने पार्क संचालकों को खरी खोटी सुनाई तो वहां मौजूद गार्डों ने बदसलूकी शुरू कर दी। घटना बुधवार शाम करीब 4 बजे की है। नहाते समय डूबा बच्चा, किसी को पता नहीं चला
परिचित संदीप ने बताया- एमआईए थाना इलाके के झारेड़ा गांव निवासी नमन राजपूत (11) की स्विमिंग पूल में डूबने से मौत हो गई। नमन अपनी मां सुरेखा, पिता गजराज सिंह और 2 भाइयों के साथ अलवर शहर के कटी घाटी के पास गोल्डन वाटर पार्क आया था। यहां वह स्विमिंग पूल में नहा रहा था। इस दौरान पानी में डूब गया। बच्चे के डूबने के बारे में किसी को भी पता नहीं चला। काफी देर बाद जब किसी की नजर पड़ी तो उसे बाहर निकाला। परिजन उसे अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टर ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। परिचित संदीप ने बताया- बच्चे के डूबने की घटना के बाद आम लोगों ने जब वाटर पार्क की सुरक्षा पर सवाल उठाए तो वहां मौजूद गार्डों ने बदसलूकी शुरू कर दी। इसके बाद काफी देर तक हंगामा होता रहा। बच्चे के डूबने के बाद भी बजता रहा डीजे
संदीप ने बताया- गोल्डन बाग वाटर पार्क में मोटी फीस ली जाती है, लेकिन यहां सुविधाएं नहीं हैं। पानी की गुणवत्ता भी ठीक नहीं है। बच्चे के डूबने के बाद भी डीजे बजता रहा। कहने के बावजूद डीजे बंद नहीं किया गया, ताकि घटना के बारे में दूसरे लोगों को पता नहीं चले। बच्चे को डूबने से बचाने का कोई प्रयास नहीं किया गया। घरवाले खुद ही उसे अस्पताल लेकर आए। बाद में पुलिस को सूचना दी गई। घटना को लेकर परिजन अस्पताल के बाहर धरने पर बैठ गए और विरोध प्रदर्शन किया। परिजनों ने पार्क प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई और सुरक्षा व्यवस्था की जांच की मांग की। मांगों पर आश्वासन मिलने के बाद परिजनों ने धरना खत्म कर दिया। परिजनों की रिपोर्ट पर दर्ज किया जाएगा मामला
सदर थाने के एएसआई रूप चंद ने बताया- बच्चे के स्विमिंग पूल में डूबने की सूचना पर अस्पताल पहुंचे और घटना की जानकारी ली। परिजनों की रिपोर्ट के अनुसार मामला दर्ज किया जाएगा और उचित कार्रवाई की जाएगी।
