अविका नगर (मालपुरा) | केंद्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान, अविकानगर में वैज्ञानिक तकनीकों के व्यवसायीकरण को लेकर एक दिवसीय कार्यशाला और संगोष्ठी हुई। संस्थान के कॉन्फ्रेंस रूम में आयोजित इस कार्यशाला का उद्देश्य संस्थान में उपलब्ध विभिन्न तकनीकों के व्यवसायीकरण पर चर्चा करना था। कार्यशाला के मुख्य अतिथि एग्रोनोवेट इंडिया लिमिटेड के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर डॉ. प्रवीण मलिक थे। उन्होंने वैज्ञानिकों से कहा कि वर्तमान समय की जरूरत के अनुसार उत्पादकता बढ़ाने, पैदावार लागत घटाने और पोषण सुधार पर फोकस करना जरूरी है। इससे टेक्नोलॉजी को ग्लोबल पहचान मिलेगी। उन्होंने शोध कार्य को किसानों के हित में करने पर जोर दिया, ताकि विकसित तकनीकों को इंडस्ट्री के माध्यम से उपभोक्ताओं तक पहुंचाया जा सके। डॉ. मलिक ने संस्थान की विभिन्न तकनीकों का प्रेजेंटेशन देखा और उनके व्यवसायीकरण के लिए सुझाव दिए। संस्थान के निदेशक डॉ. अरुण कुमार ने मुख्य अतिथि का संस्थान द्वारा निर्मित शाल और ऊन से बने पुष्प गुच्छ से स्वागत किया। उन्होंने संस्थान की विभिन्न नस्लों, पोषण, स्वास्थ्य, ऊन, मांस और दुग्ध से जुड़ी तकनीकों पर जानकारी दी।

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