डीग जिले की पहाड़ी थाना पुलिस 45 हजार के इनामी कुख्यात गौ तस्कर काढ़ा को कल गिरफ्तार कर लिया है। काढ़ा 18 जून को हुई मुठभेड़ के दौरान पैर में गोली लगने से घायल हो गया था। जिसका इलाज RBM अस्पताल में चल रहा था। 8 दिन बाद डिस्चार्ज होने पर गौ तस्कर काढ़ा को गिरफ्तार किया गया है। इस मुठभेड़ में काढ़ा के बेटे आशिक की गोली लगने से मौत हो गई थी। पहाड़ी थाना अधिकारी योगेंद्र सिंह ने बताया कि 18 जून को सूचना मिली थी कि हासम उर्फ काढ़ा अपने बेटे आशिक और साथी सद्दाम और कासम के साथ कनवाडी गांव आया हुआ है। जिसके बाद पुलिस ने काढ़ा और उसके साथियों को गिरफ्तार करने का प्लान बनाया। वह काफी लंबे समय राजस्थान और हरियाणा के बॉर्डर पर स्थित गांवों में अपने रिश्तेदारों के यहां छुपकर रह रहा था। सूचना के आधार रावलका बांध पर काढ़ा और उसके साथियों को पकड़ने के लिए नाकाबंदी की गई। उससे पहले ही काढ़ा और उसके साथियों को QRT टीम ने घेर लिया था। जिस पर काढ़ा और उसके साथियों ने पुलिस टीम पर कट्टों और पछमेडा से फायरिंग कर दी। गौतस्करों ने पुलिस पर 60 से 65 राउंड फायर किए। बुलेट प्रूफ जैकेट पहने होने के कारण बड़ी मुश्किल से पुलिसकर्मियों की जान बची। पुलिसकर्मियों ने भी जवाबी कार्रवाई में काढ़ा और उसके साथियों पर फायरिंग की, जवाबी कार्रवाई में काढ़ा के पैर में और उसके बेटे आशिक के हाथ में गोली लगी। उसके बाद भी गौ तस्करों ने फायरिंग करना बंद नहीं किया। इस दौरान सद्दाम और कासम फरार हो गए। इस कार्रवाई में QRT के 4 पुलिसकर्मी भी घायल हुए। दोनों को तुरंत पहाड़ी अस्पताल लाया गया। जहां आशिक की इलाज के दौरान मौत हो गई। वहीं काढ़ा को इलाज आरबीएम अस्पताल में चल रहा था। 8 दिन बाद काढ़ा को अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया। जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया है। फिलहाल पुलिस फरार हुए आरोपियों की तलाश कर रही है। इनपुट- पुष्पेंद्र पाठक, पहाड़ी, डीग
अस्पताल से डिस्चार्ज होते ही गौ तस्कर काढ़ा गिरफ्तार:18 जून को हुई मुठभेड़ में पैर में लगी थी गोलियां, 45 हजार का इनामी है आरोपी
