जैसलमेर जिले में सूरज की तपिश और तेज हो गई है। मौसम विभाग ने जैसलमेर जिले में आज से हीटवेव चलने की चेतावनी दी है। वहीं हीटवेव को देखते हुए गोपालन विभाग ने एडवाइजरी जारी की है। गोशाला प्रबंधन समिति को निर्देश दिए गए हैं कि वे छाया, चारा, पानी और इलाज की व्यवस्था सुनिश्चित करें। गोवंश को धूप और गर्म हवाओं से बचाने के लिए शेड में तिरपाल या टाट-बोरे लगाएं। मौसम विभाग के अनुसार आगामी दिनों में 2 से 3 डिग्री की तापमान में बढ़ोतरी होगी। यहां तक की तापमान 44 डिग्री के करीब पहुंचने की प्रबल संभावना है। हीटवेव चलने की संभावना शुक्रवार को गर्मी के तीखे तेवर देखने को मिले। सुबह से ही तेज धूप खिली रही। दिनभर तेज तल्ख धूप ने लोगों के पसीने छुड़ा दिए। दोपहर में सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। शहर के मुकाबले ग्रामीण क्षेत्रों में गर्मी का असर तेज है। मौसम विभाग के अनुसार आगामी 5-6 दिनों तक भीषण गर्मी से राहत की संभावना नहीं है। मौसम विभाग ने 5 से 8 अप्रैल के बीच हीटवेव चलने की संभावना जताई है। इस दौरान लू का प्रभाव तेज रहेगा। कृषि मौसम वैज्ञानिक अतुल गालव ने बताया कि आगामी दिनों में पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की संभावना नहीं है। ऐसे में तापमान में गिरावट भी नहीं होगी। आगामी दिनों में 2 से 3 डिग्री की तापमान में बढ़ोतरी होगी। यहां तक की तापमान 44 डिग्री के करीब पहुंचने की प्रबल संभावना है। गुरुवार को अधिकतम तापमान 41 डिग्री के पार पहुंच गया था। लेकिन शुक्रवार को पारे में 3 डिग्री की गिरावट हुई। वहीं रात का पारा 21 डिग्री दर्ज किया गया। गोपालन विभाग ने एडवाइजरी जारी की गर्मी और लू से गोवंश को बचाने के लिए गोपालन विभाग ने एडवाइजरी जारी की है। पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. उमेश वरगंटीवार ने बताया कि गौशालाओं में संधारित गोवंश की सुरक्षा के लिए जरूरी इंतजाम समय पर किए जाएं। गोशाला प्रबंधन समिति को निर्देश दिए गए हैं कि वे छाया, चारा, पानी और इलाज की व्यवस्था सुनिश्चित करें। गोवंश को धूप और गर्म हवाओं से बचाने के लिए शेड में तिरपाल या टाट-बोरे लगाएं। चारा, भूसा और पशु आहार की पर्याप्त मात्रा में व्यवस्था हो। स्वच्छ पानी हर समय उपलब्ध रहे। बीमार और कमजोर गोवंश का इलाज पशु चिकित्सा कर्मियों की देखरेख में हो। गर्भवती और असहाय गायों की विशेष देखभाल की जाए। जरूरत पड़ने पर तुरंत इलाज कराया जाए।