भास्कर न्यूज| जैसलमेर भारतीय सेना वर्तमान में जैसलमेर की पोकरण फील्ड फायरिंग रेंज, उत्तर प्रदेश की बबीना फील्ड फायरिंग रेंज और जोशीमठ सहित देश भर में प्रमुख स्थानों पर युद्धाभ्यास में अपने हथियारों की ताकत का प्रदर्शन कर रही है। इसके अलावा आगरा और गोपालपुर में विशेष रूप से एयर डिफेंस इक्विपमेंट (वायु रक्षा उपकरण) प्रदर्शन भी आयोजित किए जा रहे हैं। यह क्षेत्र आधारित परीक्षण युद्ध होने जैसी परिस्थितियों में आयोजित हो रहे हैं, जिनमें एडवांस डिफेंस सिस्टम्स के प्रदर्शन का बारीकी से आंकलन करने के उद्देश्य से उनका परीक्षण किया जा रहा है। पोकरण फील्ड फायरिंग रेंज में सेना की बैटल एक्स डिवीजन की मैकेनाइज्ड फोर्स ने फील्ड फायरिंग रेंज में कठोर अभ्यास किया और रेगिस्तान में असाधारण मानकों का प्रदर्शन किया। सटीक और प्रभावी फायर-पावर अभ्यास में सेना ने अपनी ताकत दिखाई। इन गतिविधियों में ‘आत्मनिर्भर भारत’ पहल के तहत विकसित एडवांस्ड टेक्नोलॉजी की विस्तृत श्रृंखला प्रदर्शित की गई है, जिसका उद्देश्य स्वदेशी क्षमता के विकास में तेजी लाना है। ये प्रदर्शन भारतीय सेना के ‘परिवर्तन के दशक’ के रोडमैप में एक महत्वपूर्ण कदम है और इनका उद्देश्य उभरती युद्ध की परिस्थितियों की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए इमर्जिंग टेक्नोलॉजी को तेजी से अपनाना है। इस रक्षा प्रदर्शन में बड़ी संख्या में रक्षा उद्योग साझेदार भाग ले रहे हैं । >मानव रहित हवाई प्रणालियां >यूएवी लॉन्च्ड प्रिसिजन गाइडेड म्यूनिशन (यूएलपीजीएम) > रनवे इंडिपेंडेंट (आरडब्ल्यूआई) रिमोटली पायलटेड एरियल सिस्टम (आरपीएएस) >काउंटर-यूएएस समाधान > मानव रहित हवाई वाहन हथियार > विशिष्ट वर्टिकल लॉन्च (एसवीएल) ड्रोन > सटीक बहु युद्धक सामग्री वितरण प्रणालियां >एकीकृत ड्रोन डिटेक्शन और इंटरडिक्शन सिस्टम (आईडीडीआईएस) >निम्न स्तरीय हल्के वजन वाले रडार >वीएसएचओआरएडीएस (नेक्स्ट जेनरेशन) आईआर सिस्टम >इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर (ईडब्ल्यू) प्लेटफॉर्म