आमिर खान को बॉलीवुड का मिस्टर परफेक्शनिस्ट कहा जाता है। लेकिन यह मुकाम हासिल करना उनके लिए बिल्कुल भी आसान नहीं था। इसके लिए उन्हें बहुत संघर्ष करना पड़ा। हालांकि, जब उनकी फिल्म कयामत से कयामत तक बॉक्स ऑफिस पर ब्लॉकबस्टर साबित हुई, तो उनकी किस्मत ही बदल गई। इस फिल्म के बाद उन्हें एक या दो नहीं, बल्कि लगभग 300-400 फिल्मों के ऑफर मिले थे। आमिर खान फिल्म फेस्टिवल के लॉन्च इवेंट में आमिर ने खुद इस बात का खुलासा किया। उन्होंने कहा, ‘जब मैंने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की थी, तब मैं जिस फिल्म को हां करता था, उससे कभी भी संतुष्ट नहीं हो पाता था। अक्सर मेरा दिल टूट जाता था। लेकिन जैसे ही मेरी फिल्म कयामत से कयामत तक ब्लॉकबस्टर हुई, तो मानो मेरी किस्मत ही बदल गई। मुझे ढेर सारे ऑफर मिलने लगे। ईमानदारी से कहूं तो मुझे लगभग 300 से 400 फिल्म के ऑफर मिले थे। अलग-अलग जगहों से प्रोड्यूसर मुझसे मिलने आते थे। उस समय मैं नया था। मुझे यह बिल्कुल भी एहसास नहीं था कि एक फिल्म साइन करना भी बहुत बड़ी जिम्मेदारी होती है। उस समय एक अभिनेता कम से कम एक साथ 30 से 50 फिल्मों पर काम करता था। बस यही देखकर मैंने भी एक साथ 9-10 फिल्में साइन कर लीं। जब इन फिल्मों की शूटिंग शुरू हुई, तो मुझे समझ में आया कि मैंने बड़ी गलती की थी।’ आमिर ने कहा, ‘मैं एक दिन में तीन शिफ्ट्स में काम कर रहा था और खुश नहीं था। घर लौटकर मैं रोता था। मैं बहुत परेशान हो गया था। लेकिन मैंने उस समय यह सीखा कि सिर्फ अच्छी स्क्रिप्ट ही काफी नहीं होती, बल्कि डायरेक्टर, प्रोड्यूसर और उनके विचार भी उतने ही जरूरी होते हैं।’ आमिर की मानें तो जब उनकी फिल्म लव लव लव, अव्वल नंबर और तुम मेरे हो फ्लॉप हुईं, तो उन्हें ऐसा लगा कि अब उनका करियर खत्म हो गया। कोई भी उन्हें कास्ट नहीं कर रहा था। उन्हें ऐसा लगता था कि वह एक दलदल में फंस गए हैं, और बाहर निकलने का कोई रास्ता नहीं दिख रहा था। हालांकि, इंद्र कुमार की फिल्म दिल ब्लॉकबस्टर हुई। बस इसके बाद एक बार फिर से उनका फिल्मी करियर ऊंचाइयों पर पहुंच गया।