जयपुर की 58 साल की साइकिलिस्ट रेणु सिंघी अल्ट्रा साइकिलिंग चैलेंज ‘नॉर्थकेप-4000’ में शामिल होंगी। 4 हजार किलोमीटर के अनसपोर्टेड बाइसाइक्लिंग एडवेंचर का इस बार यह सातवां संस्करण है। इसमें विभिन्न देशों के टॉप साइकिलिस्ट भाग ले रहे हैं। इसके प्रतिभागी 20 जुलाई को इटली के रोवरेटो से अपनी राइड की शुरुआत करेंगे। इस राइड का 4 हजार किलोमीटर का रूट जर्मनी, डेनमार्क, स्वीडन, फिनलैंड व नॉर्वे सहित सात देशों से होते हुए तय किया गया है। इसके नियमानुसार प्रतिभागी किसी भी प्रकार की बाहरी मदद नहीं ले सकेंगे। उन्हें निर्धारित समय सीमा के अनुसार 10 अगस्त या इससे पहले नॉर्वे के नॉर्थकेप पहुंचना होगा। इसे पूरा करने वाले प्रतिभागियों को फिनिशर का सर्टिफिकेट प्रदान किया जाएगा। यह राइड न सिर्फ फिजिकल फिटनेस की परीक्षा होगी, बल्कि धैर्य व दृढ़ संकल्प का भी कड़ा इम्तिहान होगी। ‘नॉर्थकेप-4000’ के पूर्व के संस्करणों में भारत से भी कुछ साइकिलिस्ट शामिल हुए हैं। इस बार भी सात प्रतिभागी भाग ले रहे हैं। लेकिन अभी तक कोई भी भारतीय महिला इस राइड को फिनिश करने में कामयाब नहीं हो पाई है। ऐसे में इस राइड में पहली बार पार्टिसिपेट कर रही और साइक्लिंग में कई उपलब्धियां अपने नाम कर चुकीं रेणु सिंघी के सामने इतिहास बनाने का अवसर होगा। रेणु सिंघी ‘लंदन-एडिनबर्ग-लंदन 2022’ करने वाली एकमात्र भारतीय महिला हैं। लगातार 11 बार एसआर का स्टेटस हासिल कर चुकी हैं। वे साल 2019 में फ्रांस में आयोजित ‘पेरिस-बे-पेरिस’ में 92 घंटे में 1220 किलोमीटर साइकिलिंग कर चुकी हैं। यही नहीं, उन्होंने अक्टूबर-21 में श्रीनगर से खारदुंगला होते हुए तुरतुक तक करीब 620 किलोमीटर की टास्क भी पूरा किया है। साइकिलिंग के प्रति खास जुनून की वजह से वे आज एक मिसाल बन चुकी हैं। साइक्लिंग ग्रुप में उन्हें आयरन लेडी के रूप में जाना जाता है।