टोंक जिले की दूनी तहसील क्षेत्र के आवां कस्बे के राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय में लंबे समय से चली आ रही स्टाफ की कमी को लेकर छात्राओं का गुस्सा फूट पड़ा। छात्राओं ने गुरुवार सुबह स्कूल पहुंचते ही गेट पर ताला जड़ दिया और प्रदर्शन किया। इसकी सूचना आवां सरपंच दिव्यांश एम. भारद्वाज को मिली तो वे स्कूल पहुंचे और छात्राओं को समझाकर करीब 9 बजे ताला खुलवाया। इस दौरान छात्राओं को सरपंच ने आश्वासन दिया कि वे इस मामले में कलेक्टर से मिलकर स्कूल में टीचर लगाने की मांग करेंगे। सरपंच ने कलेक्टर से की मुलाकात, रखी मांग
इसके बाद सरपंच भारद्वाज सीधे टोंक पहुंचे और कलेक्टर कल्पना अग्रवाल को अभिभावकों और छात्राओं की समस्या से अवगत कराते हुए टीचर लगाने की मांग का ज्ञापन दिया। इस पर कलेक्टर ने सरपंच भारद्वाज को उचित आश्वासन दिया। 17 दिन 27 छात्राओं ने टीसी कटवाई
उधर शिक्षकों की कमी लेकर अब अभिभावक छात्राओं की टीसी कटवाकर अन्य स्कूल में दाखिला दिलवा रहे है। इस माह में 17 दिन में हीं 27 छात्राओं ने स्कूल से टीसी कटवा ली है। गुरूवार को भी 50 परिजन टीसी कटवाने के लिए स्कूल में खड़े थे, लेकिन सरपंच ने जल्द कलेक्टर से कहकर टीचर लगाने का आश्वासन देकर उन्हें वापस घर भेज दिया। स्कूल में 6 पद लंबे समय से है खाली
ज्ञात रहे आवां कस्बे में एक बॉयज और एक गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल है। राजकीय गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल तो 2021 में ही क्रमोन्नत हुई थी। उस समय सरकार ने इसके लिए 12 पद स्वीकृत किये थे। इनमें से 6 पद लंबे समय से खाली है। इसके चलते काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। छात्राओं की पढ़ाई काफी बाधित हो रही है।
आखिरकार गुरुवार को छात्राओं का गुस्सा फूट पड़ा और सुबह करीब 7:30 बजे छात्राओं ने स्कूल गेट पर ताला जड़कर जोरदार प्रदर्शन किया। इसकी सूचना मिलने पर साढ़े 8 बजे सरपंच भारद्वाज मौके पर पहुंचे और छात्राओं को समझाकर ताला खुलवाया। नामांकन में हो रही है गिरावट
विद्यालय की शिक्षा व्यवस्था इतनी चरमरा गई है कि 1 जुलाई को इस स्कूल में 195 छात्राओं का नामांकन था। लेकिन टीचरों की कमी के चलते ने अभिभावक रोजाना टीसी कटवा रहे है। इस स्कूल में 17 दिन में ही यह संख्या घटकर 167 रह गई है। 2021 में हुई क्रमोन्नत, अब भी स्टाफ कम
विद्यालय को वर्ष 2021 में माध्यमिक से उच्च माध्यमिक में क्रमोन्नत किया गया था, लेकिन आज तक ना तो प्रधानाचार्य की नियुक्ति हुई है, और ना ही विषयवार व्याख्याताओं की। इससे यह स्पष्ट होता है कि विद्यालय की उच्च स्तरीय पढ़ाई केवल कागजों पर ही हो रही है, जमीनी हकीकत इसके ठीक उलट है। विद्यालय में रिक्त पदों की स्थिति
विद्यालय में प्रधानाचार्य का 1 पद रिक्त है। इसके अलावा वरिष्ठ अध्यापक 2 पद, अध्यापक (लेवल 2) का 1 पद, व्याख्याता का 1 पद, कनिष्ठ सहायक का 1 पद रिक्त, इतिहास विषय का 1 पद, गणित का 1 पद, विज्ञान और सामाजिक विज्ञान का भी एक-एक पद खाली है। यानि कि 12 में से 6 पद खाली है।
आवां की गर्ल्स स्कूल पर डेढ़ घंटे लगाया ताला:शिक्षकों की कमी को लेकर छात्राओं का फूटा गुस्सा, सरपंच की समझाइश पर मानी
