भीलवाड़ा| मांडलगढ़ विधायक गोपाल खंडेलवाल ने विधानसभा सत्र में क्षेत्र के विकास संबंधित मुद्दों को उठाया। उन्होंने क्षेत्र की कुछ मांगों को सदन के पटल पर रखा। अस्थाई एडीजे कोर्ट को स्थाई करने, बड़लियास अस्पताल को सीएचसी, उप तहसील को तहसील, बड़ी पंचायतों में पीएचसी की घोषणा की जाए। मांडलगढ़ की जिन पंचायतों को शाहपुरा जिले में शामिल किया वे फिर से भीलवाड़ा में शामिल हो। विधायक खंडेलवाल ने कहा कि दो बार मुख्यमंत्री रहे शिवचरण माथुर मांडलगढ़ से थे, इसके बावजूद मांडलगढ़ का विकास नहीं हो सका। मांडलगढ़ विधानसभा को 37 साल से विकास का इंतजार था। भजनलाल सरकार ने मांडलगढ़ के विकास की चिंता करते हुए इतनी सारी घोषणाएं की। पुरानी सरकार पर खंडेलवाल बरसे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में ऐसे दलों ने शासन किया है जो झूठे वादे करके, नारे देकर सत्ता में आए। गरीबी हटाओ, किसानों का ऋण माफ करने का नारा दिया। इस चुनाव में खटाखट रुपए देने की घोषणाओं को जनता ने नकार दिया। प्रदेश में भाजपा की नीतियों, सिद्धांतों पर जनता ने मुहर लगाई है। आसींद | बदनौर में राजकीय महाविद्यालय खोलने, ब्राह्मणों की सरेड़ी, दौलतगढ़, कंवलियास में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, बरसनी, कटार, भादसी को सब सेंटर से प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में क्रमोन्नत किया जाए। मोड़ का निम्बाहेड़ा में सिरेमिक जोन के लिए 99 हैक्टेयर जमीन स्वीकृत होने पर हजारों युवाओं को रोजगार मिलेगा। भोजपुरा फीडर के अधूरे कार्य को पूर्ण करवाने की मांग विधायक जब्बर सिंह सांखला ने विधानसभा में उठाई। भाजपा नगर अध्यक्ष अनिल सिंह तंवर ने बताया कि विधायक ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने पांच साल में जनता को जुमला दिखाने का काम किया। आसींद विधानसभा क्षेत्र में घोषणा करने के बावजूद एक भी पंचायत मुख्यालय पर नंदी शाला नहीं खोली। ना ही किसानों का कर्ज माफ किया। महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यमिक विद्यालय शुरू कर दिए लेकिन अध्यापक नहीं है। क्षेत्र में 40 साल से अकाल पड़ रहा है। औसत से कम बारिश हो रही है। वर्षा की कमी के कारण यहां के किसान व व्यापारी की स्थिति काफी दयनीय है। लोग पलायन कर रहे हैं। खारी बांध खारी नदी पर बना है। मानसी व नेखाड़ी नदी क्षेत्र में है, जो सूखी है। बजट घोषणा में आरसीपी योजना में खारी नदी को सरप्लस पानी मिलता है तो लाखों किसानों का लाभ मिलेगा।