बीकानेर बीकानेर की बेटी अंजलि शर्मा आगामी 11वें राजस्थानी इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल (रिफ-2025) में पुलिस इंस्पेक्टर की भूमिका में नजर आएंगी। उनकी फिल्म ‘प्लाट नंबर 302’ का वर्ल्ड प्रीमियर 1 से 5 फरवरी तक जोधपुर में आयोजित इस फेस्टिवल में होगा। एचआईवी जैसे गंभीर सामाजिक मुद्दे पर आधारित यह फिल्म राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर राजस्थानी सिनेमा को नई पहचान देने की कोशिश है। ‘प्लाट नंबर 302’ एचआईवी जैसी संवेदनशील और प्रासंगिक समस्या पर आधारित है। फिल्म एक लड़की की कहानी को उजागर करती है, जो एचआईवी संक्रमित है और समाज द्वारा बिना कारण जाने बदचलन घोषित कर दी जाती है। उसकी मौत के बाद पुलिस की जांच इस घटना के पीछे की सच्चाई को उजागर करती है। सस्पेंस और सामाजिक संदेश से भरपूर इस फिल्म का निर्देशन विजय सुथार ने किया है। मुख्य कलाकारों में अलीशा सोनी, अल्ताफ हुसैन, अंजलि शर्मा, सीमा दिनोदिया, दीपक गुर्जर और रुद्र खत्री जैसे कलाकार शामिल हैं। फिल्म का निर्माण विजय सुथार और विक्रम सिंह ने किया है। सिनेमेटोग्राफी राज आशिवाल की है और संगीतकार डी जे भराली ने इसका संगीत तैयार किया है। फिल्म फेस्टिवल और प्रदर्शन की योजना : निर्माताओं के अनुसार, प्लाट नंबर 302 का वर्ल्ड प्रीमियर रिफ -2025 में होगा। 7 फरवरी से फिल्म राजस्थान, बैंगलोर और मुंबई के चुनिंदा सिनेमाघरों में प्रदर्शित की जाएगी। यह फिल्म एचआईवी जैसी गंभीर बीमारी और इससे जुड़े सामाजिक कलंक पर सोचने को मजबूर करती है। अंजलि की इस उपलब्धि पर उनके परिवार, शिक्षकों और क्षेत्र के गणमान्य व्यक्तियों ने उन्हें शुभकामनाएं दी हैं। उनका यह कदम साबित करता है कि क्षेत्रीय प्रतिभाएं भी अंतरराष्ट्रीय मंचों पर अपनी छाप छोड़ सकती हैं। प्लाट नंबर 302 न केवल राजस्थानी सिनेमा को वैश्विक मंच पर ले जाएगी, बल्कि समाज में व्याप्त भ्रांतियों पर गहरी चोट करेगी। अंजलि शर्मा, बीकानेर की बेटी, वर्तमान में हरियाणा के मंडी आदमपुर के शांति निकेतन पब्लिक स्कूल में कार्यरत हैं। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के कालिंदी कॉलेज से स्नातक और जयपुर विश्वविद्यालय से ड्रामा में स्नातकोत्तर की उपाधि हासिल की है। अभिनय के प्रति उनके समर्पण ने उन्हें कई मंचों तक पहुंचाया, जिनमें कोमल गांधार, लोहकूट, अंधा युग और उरुभंगम जैसे नाटकों का मंचन शामिल है। स्टेज ऐप पर प्रसारित वेब सीरीज डाम में भी उन्होंने अपने अभिनय का परचम लहराया। अंजलि के परिवार में कला और शिक्षा का विशेष महत्व रहा है। उनके दादा डॉ. रामेश्वर लाल शर्मा पशुपालन विभाग में सहायक निदेशक के पद से सेवानिवृत्त हुए और दादी कांता शर्मा गवर्नमेंट कॉलेज में अतिथि व्याख्याता थीं। उनकी छोटी बहन आस्था ठाकुर नोएडा के एएएफटी इंस्टीट्यूट से फोटोग्राफी में स्नातक कर रही हैं।