वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 23 जुलाई को केंद्रीय बजट 2024 पेश करेंगी। इससे पहले आज यानी, सोमवार 22 जुलाई को संसद में इकोनॉमिक सर्वे पेश किया जाएगा। संसद का मानसून सत्र आज से शुरू हो रहा है जो 12 अगस्त तक चलेगा। वित्त मंत्रालय का आर्थिक मामलों का विभाग हर साल केंद्रीय बजट से ठीक पहले संसद में इकोनॉमिक सर्वे पेश करता है। इसे संसद के दोनों सदनों में पेश किया जाता है। सर्वे में पिछले 12 महीनों में भारतीय अर्थव्यवस्था में हुए डेवलपमेंट की रिव्यू होता है। इकोनॉमिक सर्वे में आमतौर पर दो वॉल्यूम होते हैं: इकोनॉमिक सर्वे से जुड़ी 5 बड़ी बातें वित्त वर्ष 2024 में GDP ग्रोथ 8.2% रही थी
सरकार ने 31 मई को पूरे साल यानी, वित्त वर्ष 2024 के लिए भी GDP का प्रोविजनल एस्टिमेट जारी किया था। FY24 में जीडीपी ग्रोथ 8.2% रही थी। पिछले वित्त वर्ष यानी, FY23 में GDP ग्रोथ 7% रही थी। वहीं भारतीय रिजर्व बैंक यानी RBI ने एक महीने पहले FY25 के लिए GDP ग्रोथ का अनुमान बढ़ाकर 7.2% किया था। इसके अलावा RBI ने वित्त वर्ष 2024-25 का महंगाई अनुमान 4.5% पर बरकरार रखा था। जून में खुदरा महंगाई 4 महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंची
जून में रिटेल महंगाई बढ़कर 5.08% पर पहुंच गई है। यह महंगाई का 4 महीने का उच्चतम स्तर है। अप्रैल में महंगाई 4.85% रही थी। वहीं एक महीने पहले मई में महंगाई 4.75% रही थी। वहीं वित्त वर्ष 2023-2024 के आखिरी महीने यानी मार्च में रिटेल महंगाई 4.85% रही थी। जून में थोक महंगाई बढ़कर 16 महीनों के ऊपरी स्तर पर पहुंची
जून में थोक महंगाई बढ़कर 16 महीनों के ऊपरी स्तर पर पहुंच गई है। 15 जुलाई को जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, जून में थोक महंगाई बढ़कर 3.36% पर पहुंच गई है। फरवरी 2023 में थोक महंगाई दर 3.85% रही थी। वहीं, मई में थोक महंगाई बढ़कर 15 महीनों के ऊपरी स्तर 2.61% पर थी। इससे पहले अप्रैल 2024 में महंगाई 1.26% रही थी, जो 13 महीने का उच्चतम स्तर था। वहीं मार्च में थोक महंगाई दर 4.85% रही थी।
