राजस्थान सरकार ने बिजली कंपनियों में पिछले एक सालों से खाली कई अहम पदों पर मंगलवार को नियुक्ति कर दी है। इनमें चेयरमैन, मैनेजिंग डायरेक्टर (एमडी) और डायरेक्टर (टेक्निकल, फाइनेंस, प्रोजेक्ट, ऑपरेशन) जैसे बड़े पद शामिल हैं। पद खाली रहने से कंपनियों के तकनीकी और प्रशासनिक फैसलों में लगातार देरी हो रही थी। फाइलों के निस्तारण से लेकर योजनाओं के क्रियान्वयन तक की प्रक्रिया प्रभावित हो रही थी। सरकार ने मंगलवार को आदेश जारी कर इन पदों पर नियुक्तियां कर दी हैं। श्रृंगी को बनाया CMD राज्य विद्युत उत्पादन निगम (RRVUNL) में चार प्रमुख पद खाली थे। इनमें देवेंद्र श्रृंगी को अब कंपनी का चेयरमैन एंड मैनेजिंग डायरेक्टर (CMD) नियुक्त किया गया है। साथ ही एमके खंडेलवाल को डायरेक्टर (फाइनेंस), कजोड़लाल मीणा को डायरेक्टर (प्रोजेक्ट्स) और संजय सनाढ्य को डायरेक्टर (टेक्निकल) बनाया गया है। चारों अधिकारियों की नियुक्ति एक-एक साल के कार्यकाल के लिए की गई है। राजस्थान राज्य विद्युत प्रसारण निगम (RRVPNL) में भी तकनीकी और ऑपरेशन डायरेक्टर के दो पद खाली थे। यहां सुरेश चंद मीणा को डायरेक्टर (ऑपरेशन) और अशोक कुमार शर्मा को डायरेक्टर (टेक्निकल) के तौर पर बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स में शामिल किया गया है। तीन डिस्कॉम में भी नियुक्ति जयपुर, जोधपुर और अजमेर डिस्कॉम में भी डायरेक्टर स्तर के पद खाली थे। जयपुर डिस्कॉम (JVVNL) में अतिरिक्त मुख्य अभियंता राजकुमार शर्मा को डायरेक्टर (टेक्निकल) नियुक्त किया गया है। जोधपुर डिस्कॉम (JdVVNL) में वी.के. छंगाणी को डायरेक्टर (टेक्निकल) बनाया गया है। अजमेर डिस्कॉम (AVVNL) में लंबे समय से एमडी का पद खाली था, जहां अब चीफ इंजीनियर कमल प्रकाश वर्मा को एमडी और डायरेक्टर के रूप में नियुक्त किया गया है। इन सभी नियुक्तियों के आदेश राजस्थान सरकार की ओर से कंपनी अधिनियम के आर्टिकल 31(i)(a)(b) के तहत जारी किए गए हैं। अधिकारियों को एक साल के लिए निदेशक एवं पूर्णकालिक निदेशक के रूप में नियुक्त किया गया है। सरकार को उम्मीद है कि अब बिजली कंपनियों में तकनीकी और प्रशासनिक स्तर पर तेजी से काम होगा और आम उपभोक्ताओं से जुड़ी सेवाओं में सुधार आएगा।