उदयपुर के बेड़वास में अमरीकन इंटरनेशनल हेल्थ मैनेजमेंट लि के बने जीबीएच अस्पताल में नियम विपरीत हुए निर्माण को लेकर आज विधानसभा में मामला गूंजा। बाद में यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने घोषणा करते हुए कहा कि वहां पर 72 घंटे में नगरीय निकाय अवैध निर्माण को सीज कर देगी। आज विधानसभा में ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा ने ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के जरिए उदयपुर के बेड़वास के इस अस्पताल का मामला उठाया। इस पर राज्य सरकार की और से यूडीएच मंत्री खर्रा ने सदन में जवाब देते हुए कहा कि उदयपुर जिला कलेक्टर ने 24 जुलाई 1998 को गिर्वा तहसील के बेड़वास में 69 हजार 650 वर्ग मीटर भूमि 99 साल की अवधि के लिए आवटित की और निर्माण स्वीकृति में दो साल में निर्माण करने की शर्त थी। इसके बाद 6 दिसम्बर 1999 को 7500 वर्ग मीटर को दूसरी बार जमीन का आवंटन कलेक्टर उदयपुर ने किया। खर्रा ने कहा कि वहां जो निर्माण स्वीकति जारी की उससे ज्यादा निर्माण अमरीकन इंटरनेशनल हेल्थ मैनेजमेंट लि. ने किया। मंत्री ने वहां किए अवैध निर्माण की जानकारी सदन में रखते हुए कहा कि भूतल प्लस चार तल, भूतल प्लस तीन तल और पांच भवनों को भूतल प्लस दो तल का और दो भवनों की भूतल निर्माण स्वीकृति जारी की गई थी। उन्होंने बताया कि इस पर भूतल स्वीकृति वाले का निर्माण नहीं किया ओर शेष में नियम के विपरीत अतिरिक्त निर्माण कर लिया गया। इस संबंध में निकाय की और से 12 जुलाई 2024 को अवैध निर्माण को लेकर नोटिस जारी किया गया था। मंत्री ने विधानसभा में बताया कि वहां पर बिना स्वीकृति के नर्सिग हॉस्टल, भूतल प्लस 8 तल और प्रोफेसर भवन अवैध रूप से बना दिए। उन्होंने कहा कि यहीं नहीं अमरीकन इंटरनेशनल हेल्थ मैनेजमेंट ने उक्त अनियमितता के साथ राजस्थान माइंस एंड मिनरल्स लि. और एमबी अस्पताल उदयपुर के साथ भी धोखाधड़ी और जालसाजी करने की शिकायत प्राप्त हुई उसकी प्रारंभिक जांच में सत्यतताा प्रतीत होती है। उन्होंने घोषणा करते हुए कहा कि मुख्य सचिव की अध्यक्षता में यूडीएच, स्वास्थ्य और मिनरल्स विभाग के साथ एक उच्च स्तरीय समिति गठित कर चार या पांच सप्ताह में रिपोर्ट प्रस्तुत करें। साथ ही वहां पर बिना निर्माण के जितने भी निर्माण हुए सबंधित निकाय उनको 72 घंटे में सीज कर विधानसभा सचिवालय को रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी। ग्रामीण विधानसभा ने मंत्री की इस घोषणा पर आभार जताया और कहा कि पूर्व सरकार के समय में मैंने यह सवाल लगाया लेकिन जवाब नहीं देने दिया।