दौसा के पंडित नवलकिशोर शर्मा राजकीय मेडिकल कॉलेज में गुरुवार को सर्वाइकल कैंसर के प्रति जागरूकता को लेकर विशेष कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें जयपुर से आई स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञों की टीम ने मेडिकल स्टूडेंट्स को बीमारी के बारे में जानकारी दी। प्रिंसिपल डॉ सुमिता जैन ने बताया कि सर्वाइकल कैंसर से किन तरीकों से बचाव किया जा सकता है। साथ ही बीमारी को पहली स्टेज पर ही कैसे डिटेक्ट किया जा सकता है। इसके बारे में एक्सपर्ट ने स्टूडेंट्स को बारीकी से समझाया और बीमारी के प्रति लोगों को जागरूक करने के नवाचार बताए। उन्होंने बताया- सर्वाइकल कैंसर एक यूनीक तरीके का कैंसर है, यह एचपीवी इन्फेक्शन के कारण होता है। हालांकि इसके लिए वैक्सीन भी उपलब्ध है। ऐसे में यदि वैक्सीन को टाइम से बच्चों को दे दिया जाए तो काफी हद तक इस घातक बीमारी से बचा जा सकता है। इसके बावजूद यदि किसी को कोई शंका होती है तो प्री कैंसर स्टेज पर भी इसे डिटेक्ट किया जा सकता है। इसके लिए कई प्रकार की वैक्सीन और डिवाइस आ चुके हैं। एआई मदद से भी बीमारी की पहचान की जा सकती है। प्रिंसिपल ने बताया- यदि वैक्सीन लेने के बाद भी बीमारी की पहचान हो जाती है तो सर्वाइकल कैंसर पूरे दुनिया को खत्म हो सकता है। इसके लिए नियमित रूप से स्क्रिनिंग प्रोग्राम और वैक्सीनेशन बेहद जरूरी है। कार्यशाला में विशेषज्ञ डॉक्टर्स ने मीनोपॉज के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि महिलाओं को मीनोपॉज खत्म होते वक्त अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहिए। इसके बारे में मेडिकल स्टूडेंट्स को अवेयर किया कि वे अपने परिवार की 40 साल से ज्यादा उम्र की महिलाओं पर फोकस पर उन्हें खानपान के प्रति जागरूक करें। वाइस प्रिंसिपल डॉ राजेन्द्र यादव ने बताया कि कार्यशाला के समापन से पहले अवॉर्ड और प्रशस्ति पत्र वितरित किए गए।