राजस्थान के राज्यपाल और कुलाधिपति हरिभाऊ किशन राव बागडे ने शनिवार को जोधपुर के एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में विद्यार्थियों को डिग्रियां वितरित की। समझ में 264 विद्यार्थियों को उपाध्याय प्रदान की गई इसमें 211 कृषि स्नातक, 25 डेयरी प्रौद्योगिकी स्नातक, 23 स्नातकोत्तर व 5 विद्यावाचस्पति की उपाधि दी गई। इस मौके अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र से जुड़े विद्यार्थियों के लिए यह अवसर विशेष महत्व रखता है, क्योंकि कृषि न केवल भारतीय अर्थव्यवस्था की आधारशिला है बल्कि देश को समृद्धि और आत्मनिर्भरता का एक प्रमुख आधार भी है। उन्होंने प्राकृतिक खेती के महत्व पर भी जोर दिया। कहा कि आज जहर युक्त खेती की जा रही है जो स्वास्थ्य के लिए सबसे बड़ा खतरा है। कृषि विश्वविद्यालय को जैविक खेती को प्रोत्साहन देना चाहिए और इस दिशा में काम होना चाहिए। कहा कि शिक्षा जीवन का सर्वोत्तम उपहार है और इसे उत्सव की तरह मनाना चाहिए। शिक्षा ही व्यक्ति के जीवन की दिशा को तय करती है। इस दौरान राज्यपाल ने यूनिवर्सिटी की विभिन्न इकाइयों में बने विभिन्न भवन सेंटर आफ एक्सीलेंस ऑन मिलेट्स, कॉलेज के डेरी एंड फूड टेक्नोलॉजी, गर्ल्स और बॉयज हॉस्टल नागौर और टिश्यू कल्चर लैब जोधपुर का लोकार्पण भी किया।