राष्ट्रीय इलेक्ट्रिकल सुरक्षा अभियंताओं के महासंघ (एनएफई) ने मालवीय राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एमएनआईटी) जयपुर के सभागार में एनईसी 2023 और केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण (सीईए) विनियमों पर कार्यशाला का आयोजित हुई। इस कार्यक्रम में प्रदेशभर से विशेषज्ञों और तकनीकी पेशेवर मौजूद रहें। कार्यशाला में मुख्य अतिथि कनिका कालिया, निदेशक और भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) की प्रमुख, और ज्योतिर्मय माथुर, एमएनआईटी के प्रोफेसर, ने अपने विचार और विशेषज्ञता साझा की और विद्युत सुरक्षा और नियामक अनुपालन के महत्व पर प्रकाश डाला। एनएफई के अध्यक्ष गोपा कुमार ने अपने संबोधन में बताया- नए सीईए विनियमों के महत्वपूर्ण पहलुओं और उनके उद्योग पर प्रभाव को उजागर किया। उन्होंने निरंतर शिक्षा और इन विनियमों का पालन करने की आवश्यकता पर जोर दिया ताकि विद्युत बुनियादी ढांचे को सुरक्षित और अधिक कुशल बनाया जा सके। एनएफई विद्युत सुरक्षा को बढ़ावा देने, बिजली की गुणवत्ता में सुधार करने और उद्योग में नवीनतम विनियमों का अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए समर्पित है। सेमिनार में वक्ताओं ने सुझाव दिया कि यदि डिस्कॉम न्यू कनेक्शन के समय अर्थ लीकेज सर्किट ब्रैकेट लगाना जरूरी कर दे तो 80% से ज्यादा विद्युत से होने वाली आगजनी में सेफ्टी हो पाएगी। इस कार्यक्रम में एनईसी 2023 पर एक विस्तृत प्रस्तुति भी शामिल थी, जिसमें विद्युत सुरक्षा मानकों में सुधार लाने के उद्देश्य से किए गए हालिया बदलावों और प्रगति पर चर्चा की गई। उपस्थित लोगों को इन कोड्स और विनियमों के विभिन्न उद्योग और वाणिज्यिक सेटिंग्स में व्यावहारिक अनुप्रयोगों की समझ बढ़ाने के लिए इंटरेक्टिव सत्रों में भाग लेने का अवसर मिला। कार्यक्रम के समापन में, एनएफई जयपुर चैप्टर से अशोक सुमन, इंजीनियर राजेश गोयल, अलकेंद्र सिंह, अमित कक्कर और उनकी टीम ने राजस्थान से आए सभी तकनीकी पेशेवरों का धन्यवाद किया।
एनईसी 2023-केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण विनियमों पर कार्यशाला आयोजित:विद्युत सुरक्षा मानकों में सुधार लाने के उद्देश्य से किए गए बदलावों व प्रगति पर हुई चर्चा
