प्रदेशभर में इस साल मानसून कहीं बेरुखी दिखा रहा है ताे कई जगह जमकर बरस रहा है। उदयपुर जिले की बात करें ताे यहां मानसून ने तय समय 25 जून को दस्तक दे दी थी। इसके बावजूद इस साल 13 जुलाई तक 130.28 मिमी ही बारिश हुई है। यह औसत बारिश 161.98 मिमी से 32 मिमी (19.50 प्रतिशत) कम है। पिछले साल ताे 13 जुलाई तक 302.31 मिमी बारिश हो चुकी थी, यानी पिछले साल से यह 172.03 मिमी कम है। प्रदेश में यूं तो इस साल औसत से 16.72 प्रतिशत ज्यादा बरसात हुई है। प्रदेशभर में इस समय तक औसत बारिश 103.96 मिमी होनी चाहिए, लेकिन इसकी तुलना में 121.35 मिमी बरसात हो चुकी है। हालांकि पिछले साल हुई बरसात से यह आंकड़ा 118 मिमी कम है। पिछले साल 13 जुलाई तक प्रदेश में 239.36 मिमी बारिश हुई थी। प्रदेश के 10 जिलों में 60 प्रतिशत से अधिक यानी असामान्य, 14 में 20 से 59 प्रतिशत तक एक्सेस, 15 में सामान्य यानी 19 से माइनस 19 प्रतिशत तक तथा 10 में सामान्य से कम यानी माइनस 20 से माइनस 59 प्रतिशत तक तथा एक जिले में माइनस 60 प्रतिशत से कम यानी अल्प बारिश हुई है। सांचोर जिला सबसे फिसड्डी, औसत से 62.37 प्रतिशत तक कम पानी बरसा पूरे प्रदेश की बात करें तो 20 जिले ऐसे हैं, जो सामान्य बारिश के मामले में माइनस में चल रहे हैं। यहां सामान्य से 5% से लेकर 63% तक बारिश कम दर्ज हुई है। सबसे कम बारिश सांचाेर जिले में 36.75 मिमी दर्ज की गई है। यहां बारिश का औसत स्तर 97.92 मिमी तय है। इस बार औसत से 62.37% कम बारिश हुई है। पिछले साल यहां इस समय तक 527.25 मिमी बरसात हुई थी। सबसे ज्यादा 311.78 मिमी बरसात बरसात टांेक में हुई है। यह अपने औसत स्तर 127.36 मिमी से 144.80% ज्यादा है। पिछले साल यहां इस समय तक 424.38 मिमी बरसात हुई थी। पैटर्न नहीं बदला, मानसून में हर साल ऐसा ही होता है
माैसम विज्ञान केंद्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि हर साल मानसून के दौरान किसी एरिया कम ताे किसी में ज्यादा बरसात हाेती है। यह मानसून की खासियत ही है। इसी कारण हर साल एरिया के हिसाब बरसात में असमानताएं देखने काे मिलती हैं। हालांकि, बरसात के पैटर्न में काेई बदलाव नहीं हाे रहा है। पिछले साल मानसून से पहले चक्रवात के कारण प्रदेश के दक्षिण हिस्साें में जिलाें में जमकर बरसात हुई थी। यहां तीन माह में मानसून की पूरी बरसात हाे गई थी। आगे क्या… तीन दिन भारी बारिश की संभावना
मौसम विज्ञान केंद्र, जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा के मुताबिक मानसून ट्रफ लाइन प्रदेश के ऊपर से गुजर रही है। इसके प्रभाव से उदयपुर संभाग समेत पूर्वी व दक्षिणी राजस्थान के कुछ भागों में आगामी 4-5 दिन मानसून के सक्रिय रहने की संभावना है। उदयपुर जिले में 15 से 17 जुलाई तक भारी बारिश का अलर्ट है। पश्चिमी राजस्थान में जोधपुर संभाग में अगले 4 से 5 दिन बारिश के संकेत हैं।
