Site icon Raj Daily News

ऑनलाइन गेम खिलाकर ठगी करने का सरगना समेत 4 गिरफ्तार:खुद एप बनाते थे, मोबाइल से सैकड़ों लोगों से ठगी के सबूत मिले

1003172307 1747651201 uiLtrg

जिले में साइबर ठगों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने टीपर गैंग के सरगना सोनू मीणा समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से दो लग्जरी गाड़ियां महिंद्रा स्कॉर्पियो-एन और एक्सयूवी-700, 10 एंड्रॉयड मोबाइल, 9 चेक बुक और 2 बैंक पासबुक जब्त की गई हैं। ये गैंग ऑनलाइन गेम और टिपिंग के नाम पर लोगों से ठगी करता था। ठगी से कमाए पैसे से ये महंगी गाड़ियां, किराए के फ्लैट और होटलों में ऐशो-आराम की जिंदगी जीते थे। यह कार्रवाई अलीगढ़ थाना पुलिस ने SP विकास सांगवान के निर्देश पर की हैं। SP विकास संगवान ने बताया कि अलीगढ़ क्षेत्र में ऑनलाइन गेम खिलाकर लोगों से रुपये हड़पने की शिकायत मिल रही थी। इस पर ASP ब्रजेन्द्र सिंह भाटी और डीएसपी रघुवीर सिंह भाटी के निर्देशन में साइबर सेल की विशेष टीम गठित की। 18 मई को साइबर सेल को सूचना मिली कि गैंग के सदस्य दो लग्जरी गाड़ियों में टोंक की ओर आ रहे हैं। विशेष टीम ने पचाला चौकी के पास नाकाबंदी की। दो लग्जरी गाड़ियों को रोककर तलाशी ली गई। गाड़ियों में बैठे चारों युवक पाटोली थाना अलीगढ़ के निवासी निकले। इनके सोनू मीणा (26), आकाश मीणा (26), शिवम उर्फ पिंटू मीणा (25) और विक्रम मीणा (25) शामिल है। इनकी तलाशी में मोबाइल और बैंक दस्तावेज मिले। मोबाइल में ठगी में इस्तेमाल एप, टेलीग्राम और व्हाट्सएप के जरिए सैकड़ों लोगों से ठगी के सबूत मिले। पुलिस ने इनके खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इसकी जांच थानाधिकारी विक्रम सिंह चौहान कर रहे हैं। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि गैंग के सदस्य खुद को एप डेवलपर बताते थे। ये खुद के बनाए एप के जरिए लोगों को ऑनलाइन गेम और टिपिंग में फंसाकर ठगी करते थे। ठगी से कमाए पैसे से चल-अचल संपत्ति भी खरीदी गई है। पुलिस अब इन संपत्तियों की जांच कर कानूनी कार्रवाई करेगी। पुलिस अधीक्षक ने आमजन से अपील की है कि वे अपनी व्यक्तिगत जानकारी जैसे बैंक खाता नंबर, पासवर्ड, आधार नंबर आदि किसी से साझा न करें। संदिग्ध लिंक और ईमेल से बचें। पासवर्ड मजबूत रखें और समय-समय पर बदलते रहें। ऑनलाइन लेनदेन करते समय सतर्क रहें। किसी भी साइबर अपराध की तुरंत रिपोर्ट करें। SP की ओर से गठित की गई टीम में अलीगढ़ थानाधिकारी पवन कुमार, हैड कांस्टेबल राजेश गुर्जर, कांस्टेबल राजेश शर्मा, हरिसिंह, तुलसीराम, लाखन और सौभाग मल शामिल थे। वहीं इस कार्रवाई में साइबर सेल के हैड कांस्टेबल राजेश गुर्जर और कांस्टेबल राजेश शर्मा की भी विशेष भूमिका रही।

Exit mobile version